राहुल गांधी के नेतृत्व में असम में कांग्रेस की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' चल रही है। इस यात्रा को लेकर अब एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है, इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और असम पुलिस के बीच झड़प भी हुई, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस बैरिकेड तोड़ दिए। इस मामले में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने डीजीपी से राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा है। पुलिस कर्मियों को भी सड़क पर आने से रोका जा रहा है।
FIR दर्ज किए जाने को लेकर अब राहुल गांधी ने कहा है कि, “असम के सीएम जो कर रहे हैं उससे यात्रा को फायदा हो रहा है। हमें प्रमोट किया जा रहा है। इस तरह से सीएम और अमित शाह हमारी मदद कर रहे हैं। ये डराने की कोशिश है, लेकिन हम उनसे डरने या रुकने वाले नहीं हैं। लोग कहते हैं कि जेपी नड्डा गुवाहाटी जा सकते हैं, तो राहुल गांधी क्यों नहीं? हिमंता देश के सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री हैं। यहां बहुत बेरोजगारी है।”
राहुल ने आगे कहा, “जो प्रचार हमें नहीं मिला, उसे देकर असम के मुख्यमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हमारी मदद कर रहे हैं। अब असम में मुख्य मुद्दा पर्यटन है। यह उनकी डराने की रणनीति है। न्याय ही हमारा संदेश है।” मंदिर तक पदयात्रा करने पर हमें वहां जाने से रोकना ही उनकी रणनीति है। लोग उनसे पूछ रहे हैं कि जेपी नड्डा और बजरंग दल की पदयात्रा जा रही है, लेकिन हमें रोक दिया गया है। यह स्पष्ट है कि कांग्रेस एक विपक्षी दल के रूप में लड़ रही है, हमारे अन्य सहयोगी हपारे साथ चल रहे हैं।”
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम और देश में राम लहर के बारे में राहुल गांधी ने कहा, “कोई लहर नहीं है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि यह बीजेपी का राजनीतिक कार्यक्रम था। हम अपनी योजना पेश करेंगे। आने वाले समय में अगले कुछ दिनों में हम युवाओं, किसानों से मिलेंगे और महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए अपने रोडमैप की घोषणा करेंगे।”