Bhopal News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बगरौद इलाके में एक दवा फैक्ट्री चल रही थी। गुजरात और दिल्ली ATS और NCB ने छापेमारी की और इसकी जानकारी खुद पुलिस को हुई। अधिकारियों ने यहां से 1800 करोड़ रुपये से ज्यादा की दवा बनाने की सामग्री बरामद की।
फिलहाल पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री के मालिक एसके सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि पिछला मालिक जयदीप फिलहाल भोपाल से बाहर है। फिलहाल पुलिस इस आरोपी की भी तलाश कर रही है। वहीं हरीश आंजना को भी मंदसौर से गिरफ्तार कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक हरीश आंजना को ATS ने आरोपी बनाया था।
रविवार को ऑपरेशन के बाद गुजरात एटीएस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया। एटीएस को भोपाल कोर्ट से दोनों आरोपियों का 8 दिन का ट्रांजिट रिमाइंडर भी मिला। अब माना जा रहा है कि पूछताछ के दौरान आरोपियों से जल्द ही कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।
एमडी ड्रग्स फैक्ट्री मामले में मध्य प्रदेश पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। भोपाल पुलिस ने फैक्ट्री मालिक एसके सिंह और जयदीप के खिलाफ धारा 223 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है। बताया जाता है कि मालिकों ने फैक्ट्री की लीज की जानकारी MPIDC और पुलिस को नहीं दी। जिस फैक्ट्री में दवाइयों का निर्माण होता था, उस औद्योगिक भूखंड का आवंटन वर्ष 2017-18 में उद्योग विभाग द्वारा किया गया था।
प्लॉट पर फैक्ट्री 2022 में पूरी होने वाली थी। यह प्लॉट भोपाल निवासी भेल के सेवानिवृत्त कर्मचारी एसके सिंह ने खरीदा था। छह महीने पहले, उन्होंने आरोपी अमित चतुर्वेदी को फैक्ट्री किराए पर दी थी, जिसके कारण उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने भोपाल कमिश्नर के आदेश का उल्लंघन किया है।
दरअसल, स्थानीय पुलिस को नौकरों, कारीगरों, मददगारों और निर्माण कार्य में लगे लोगों को सूचित करना होगा। हालांकि इस फैक्ट्री के मालिकों ने इस बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी। कटारा हिल्स पुलिस ने धारा 163 बीएनएस के तहत जारी आदेश का उल्लंघन करने पर धारा 223 बीएनएस 2023 के तहत मामला दर्ज किया है।