शनिवार 28 सितंबर को 'भारत रत्न' लता मंगेशकर की जयंती है। इस मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महान विभूति को याद कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
सीएम डॉ. यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, संगीत जगत की सिरमौर, मां सरस्वती की सतत् साधिका, पार्श्व गायिका 'भारत रत्न' श्रद्धेय लता मंगेशकर जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन करता हूँ।
आपकी दिव्य संगीत साधना ने न केवल फिल्म जगत को समृद्ध किया, बल्कि विश्व के कोने-कोने में भारतीय संगीत को एक नई पहचान दिलाई। आपकी अप्रतिम एवं मंत्रमुग्ध कर देने वाली आवाज हमारी स्मृतियों में सदैव जीवंत रहेगी। आपको बता दें आज ही के दिन 28 सितंबर 1929 की रात सुविख्यात नाटक अभिनेता गायक मास्टर दीनानाथ मंगेशकर की पत्नी शेवंती ने एक कन्या रत्न को जन्म दिया।
इंदौर के सिख मोहल्ले में स्थित शेवंती के घर में एक कन्या का जन्म हुआ। उसका नाम रखा गया लता मंगेशकर! लता मंगेशकर के जन्म के समय मास्टर दीनानाथ सफलता के शिखर पर थे। साथ ही मराठी रंगमंच के सबसे लोकप्रिय गायक अभिनेता माने जाते थे!
इंदौर में लताजी के नाम से भव्य समारोह हर वर्ष होता है और विख्यात कलाकारों को उनके नाम का पुरस्कार मप्र शासन द्वारा लता मंगेशकर अलंकरण दिया जाता है। शनिवार 28 सितम्बर को भी ये समारोह राजेंद्र नगर स्थित लता मंगेशकर सभागार में शाम 7:00 बजे होगा। जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव संगीतकार उत्तम सिंह और ख्यात गायिका के एस चित्रा सिंह को लता मंगेशकर अलंकरण से सम्मानित करेंगे। 2024 में लता जी की 95वीं जयंती पर, देशभर में कई सांस्कृतिक और संगीत कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है।
आपको बता दें कि भारत स्वर कोकिला लता मंगेशकर की जन्मशती मना रहा है, जो भारतीय संगीत जगत की सबसे महान हस्तियों में से एक थीं। लता मंगेशकर का संगीत करियर छह दशकों तक फैला, जिसमें उन्होंने तीस हज़ार से अधिक गाने गाए। उनकी आवाज़ ने न सिर्फ भारत में बल्कि दुनियाभर के संगीत प्रेमियों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी। उन्हें 'भारत रत्न' सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
लता मंगेशकर की आवाज़ ने भारतीय सिनेमा के कई युगों को परिभाषित किया और उनकी गायकी ने संगीत में नई ऊँचाइयाँ स्थापित की। उनकी मधुर आवाज़ और संगीत के प्रति समर्पण आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। लता जी को भारत हमेशा याद करेगा।