भोपाल। बालाघाट विधानसभा क्षेत्र की कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे को डीएफओ नेहा श्रीवास्तव से कथित तौर पर “2–3 पेटी रकम” माँगने के मामले में राज्य शासन से क्लीन चिट मिल गई है।
डीएफओ नेहा श्रीवास्तव ने 18 अगस्त को लिखित शिकायत में आरोप लगाया था कि 16 अगस्त को फॉरेस्ट रेस्ट हाउस में विधायक ने उनसे डिमांड की थी।शिकायत की जांच के लिए राज्य शासन ने 3 सितम्बर को दो सदस्यीय उच्च-स्तरीय समिति गठित की थी, जिसमें एपीसीसीएफ कमलिका मोहंता वन संरक्षक बासु कनौजिया शामिल थीं।समिति की रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी भी गवाह ने विधायक पर लगे आरोप की पुष्टि नहीं की।
मुलाकात बंद कमरे में हुई थी, इसलिए प्रत्यक्ष साक्ष्य उपलब्ध नहीं हैं। विधायक को नोटिस देकर पक्ष रखने का अवसर दिया गया था, किन्तु उन्होंने उत्तर नहीं दिया।
डीएफओ नेहा श्रीवास्तव को एक अन्य मामले में भी नोटिस मिला है, जिसमें वन सुरक्षा समिति लामता के अध्यक्ष ने आरोप लगाया था कि 5 जून 2025 को निर्माण सामग्री क्रय हेतु टेंडर जारी किया गया.19 जून को बिड खुलने के बाद 26 जून को टेंडर निरस्त कर दिया गया।
उसी दिन उन्हें पद से हटाने का नोटिस दे दिया गया डीएफओ ने अपने उत्तर में स्पष्ट किया है कि समिति ने टेंडर में भाग ही नहीं लिया था। इस मामले में वन बल प्रमुख विजय अंबाड़े से शासन ने अभिमत मांगा है।
डॉ. नवीन आनंद जोशी