आंध्रप्रदेश में कांग्रेस का बड़ा दांव, CM जगन की बहन शर्मिला को सौंपी कमान


स्टोरी हाइलाइट्स

विधानसभा चुनाव में भाई और बहन के बीच मुकाबला, तेलंगाना फतह के बाद अब आंध्रप्रदेश पर कांग्रेस की नज़र

तेलंगाना में जीत से उत्साहित कांग्रेस ने आंध्रप्रदेश में बड़ा दांव खेला है। कांग्रेस ने हाल ही में  पार्टी में शामिल होने वाली वाईएस शर्मिला को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। मंगलवार को कांग्रेस ने शर्मिला को आंध्र प्रदेश कांग्रेस इकाई की अध्यक्ष नियुक्त किया है।

शर्मिला सूबे के मौजूदा सीएम जगन मोहन रेड्डी की बहन हैं। शर्मिला ने 4 जनवरी को कांग्रेस की सदस्यता ली थी साथ ही अपनी पार्टी वाईएसआर तेलंगाना का कांग्रेस में विलय कर दिया था। तभी से चर्चा थी कि कांग्रेस में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। इस तरह अब राज्य में विधानसभा चुनाव में भाई और बहन के बीच मुकाबला होगा।    

वाई.एस. शर्मिला ने पिछले साल नवंबर में तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान आखिरी वक्त पर कांग्रेस को अपना सपोर्ट दिया था।  उन्होंने अपनी पार्टी के किसी भी प्रत्याशी को चुनाव में उतारने से इंकार कर अपना समर्थन कांग्रेस को दे दिया था।  इसके बाद से ही चर्चा थी कि वाईएस शर्मिला को कांग्रेस इसके बदले में कुछ बड़ा इनाम दे सकती है।

वाईएस शर्मिला आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन की बहन हैं और संयुक्त आंध्र प्रदेश के कांग्रेसी मुख्यमंत्री दिवंगत वाईएसआर की बेटी भी हैं। साल 2012 में संयुक्त आंध्र प्रदेश में अचानक जगन मोहन रेड्डी ने कांग्रेस छोड़कर YSRCP का गठन किया।  उनके साथ 18 विधायक भी कांग्रेस से अलग हो गए थे। इसके कुछ दिन बाद जगन मोहन रेड्डी करप्शन में जेल भेजे गए। तब उनकी मां वाईएस विजयम्मा और बहन वाईएस शर्मिला ने नई पार्टी को संभाला था।

वाईएसआरसीपी ने चुनाव में जीत दर्ज की. बाद में जगन मोहन रेड्डी सीएम बने और यहां से दोनों भाई-बहन के बीच दीवार खड़ी होती गई। 2021 में वाईएस शर्मिला ने मीडिया के सामने यह स्वीकार किया कि उनके भाई के साथ उनके राजनीतिक मतभेद हैं। जुलाई 2021 में ही उन्होंने YSR तेलंगाना पार्टी का गठन किया था।