डिंडोरी: बैगा आदिवासियों के साथ जमकर थिरके उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और CM मोहन यादव


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विश्व सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन दिवस के अवसर पर बुधवार को शासकीय चंद्र विजय महाविद्यालय परिसर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ सुबह करीब 11 बजे डिंडोरी पहुंचे। हेलीपैड से वह चंद्र विजय कॉलेज परिसर स्थल पहुंचे, जहां उन्होंने पौधारोपण किया।

इसके बाद बैगा ने आदिवासियों के साथ पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुन पर उपराष्ट्रपति जमकर थिरके। इस दौरान उपराष्ट्रपति और मुख्यमंत्री ने वाद्ययंत्र भी बजाया। इसके बाद विभागों की प्रदर्शनियों का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, आयुष विभाग, महिला एवं बाल विकास, वन विभाग की प्रदर्शनियों का अवलोकन किया।

इसके बाद उपराष्ट्रपति चंद्र विजय कॉलेज परिसर स्थित मंच पर पहुंचे। इस दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव ने उनका स्वागत किया। इसके बाद कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई और मंच पर उपराष्ट्रपति की पत्नी सुदीप धनखड़ भी मौजूद रहीं।

उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने सबसे पहले सभा को संबोधित किया। इसके बाद सीएम डॉ. मोहन यादव ने संबोधित किया। मध्य प्रदेश के राज्यपाल डॉ. मंगूभाई पटेल ने सिकल सेल एनीमिया बीमारी के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

इसके बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सभा को संबोधित किया। सबसे पहले उन्होंने राज्यपाल डॉ. मंगूभाई पटेल की तारीफ की। उन्होंने कहा कि राज्यपाल का दिल जनजाति के लिए धड़कता है। उपराष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री, मंत्रियों और अधिकारियों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र में जनजाति का स्थान शरीर की रीढ़ की हड्डी के समान है। आदिवासी भारतीय संस्कृति और लोकतंत्र की शक्ति हैं। देश के इतिहास में पहली बार कोई आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनी, यह गौरव का क्षण था।

उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने कहा कि 1989 में जब मैं सांसद और केंद्र में मंत्री बना, तब हमारी अर्थव्यवस्था लंदन और पेरिस से भी छोटी थी। हमने अपना सोना स्विट्जरलैंड में गिरवी रख दिया, और अब देखो हम कहाँ से आ गये। हमने कई देशों को पीछे छोड़ दिया है। इसमें आदिवासियों का बहुत बड़ा योगदान है, भारत की पहचान आदिवासी संस्कृति है।इसी वजह से भारत के पीएम की ओर से दो बड़े संकल्प लिए गए हैं। विश्व का 1/6 भाग का घर भारत, 2047 में जब अपनी स्वतंत्रता की शताब्दी मनाएगा तब एक विकसित राष्ट्र होगा, और एक विकसित राष्ट्र की पहचान सिकल सेल रोग का पूर्ण उन्मूलन होगा।

भारत के प्रधान मंत्री ने जुलाई 2023 में शहडोल से राष्ट्रीय एनीमिया उन्मूलन मिशन 2047 की घोषणा और शुभारंभ किया। जिसका हवन शुरू हो गया है। जिसमें आप सभी को आहुति देनी होगी यह आवश्यक है कि हम सभी पूर्णता से कार्य करें।

सिकल सेल रोग एक शारीरिक समस्या से कहीं अधिक है। यह परिवारों को भावनात्मक, सामाजिक और आर्थिक रूप से प्रभावित करता है। सरकार ने इस बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए आयुष्मान भारत योजना में बदलाव किया है। अब बुजुर्गों का इलाज भी हर हाल में मुफ्त होगा। इसमें सिकल सेल रोग जैसी आनुवांशिक बीमारियां भी शामिल हैं। इस मामले में मध्य प्रदेश सरकार देश में अग्रणी है।

उपराष्ट्रपति डिंडोरी में करीब 1 घंटे 45 मिनट तक रुके। इसके बाद वे हेलीकॉप्टर से रवाना हो गये। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल मंगूभाई पटेल, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल, सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते मौजूद रहे।