भोपाल: मप्र के आगर मालवा के जंगलों से सौ ब्लेक बग और सौ नील गाय जिन्हें रोजड़ा भी कहा जाता है, को चीतों के रहवास स्थल पानपूर कूनो में पहुंचाने के लिये वन विभाग की मांग पर विमानन विभाग ने सिंगल इंजन राबिन्सन हेलीकाप्टर आर44/आर6ई किराये पर लेने के लिये एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट जारी कर दिया है तथा इच्छुक कंपनियों से किराये की दरें मांगी हैं। विमानन विभाग ने अन्य विभागों से भी उनकी हेलीकाप्टर संबंधी रिक्वायरमेंट मांगी थी परन्तु अन्य किसी विभाग ने इसमें रुचि नहीं ली, इसलिये अब सिर्फ वन विभाग के लिये ईओआई जारी किया गया है।
उल्लेखनीय है कि राबिन्सन हेलीकाप्टर से हांका लगाया जायेगा जिससे उक्त वन्यप्राणियों को पकड़ा जायेगा और फिर उन्हें सडक़ मार्ग से कूनो में चीतों की खुराक यानि प्रे-बेस हेतु पहुंचाया जायेगा। यह कार्य आगामी दिनों में किया जायेगा। यह हेलीकाप्टर करीब 50 घण्टे के लिये किराये पर लिया जायेगा। विश्व में राबिन्सन हेलीकाप्टर का उपयोग वन्यजीवों के प्रबंधन एवं सामूहिक कैप्चर हेतु किया जाता है।
रॉबिन्सन हेलीकॉप्टर कंपनी, अमेरिका की एक हेलीकॉप्टर निर्माता कंपनी है। इसमें रोल्स-रॉयस टर्बाइन इंजन का इस्तेमाल किया जाता है। ईओआई की शर्तों में कहा गया है कि राबिन्सन हेलीकाप्टर किराये पर उपलब्ध कराने वाली कंपनी भारत में रजिस्टर्ड होना चाहिये जिसके पास पेन एवं जीएसटी नंबर हो और दो पायलट उपलब्ध करा सके। कंपनी द्वारा उपलब्ध कराये गये हेलीकाप्टर के लिये उस स्थिति में प्रतिदिन दो घण्टे का किराया दिया जायेगा जबकि वह उड़ाया नहीं जा रहा है।