भोपाल। प्रदेश के नर्मदापुरम जिले की प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर पचमढ़ी नगर के वे हिस्से पचमढ़ी अभयारण्य की सीमा से बाहर हो गये हैं जो सालों से काफी महत्वपूर्ण थे। अब ये वन भूमि के स्थान पर नजूल भूमि मानी जायेगी। इसकी स्वीकृति राज्य सरकार ने प्रदान कर दी है।
प्राप्त अधिकृत जानकारी के अनुसार, अभयारण्य से बाहर हुये पचमढ़ी शहर को सिटी हिल स्टेशन नाम से कुल 36 ब्लाक बनाये गये हैं तथा इनमें स्थित भूमियों एवं निर्माण को नजूल भूमि घोषित किया गया है।
इनमें शामिल है : ब्लाक नंबर एक के अंतर्गत 1 लाख 65 हजार और 19 हजार 200 वर्गफीट के दो रिक्त भूखण्ड जिनका स्वामित्व श्रवण कुमार परमानंद गोल बाजार जबलपुर के नाम दर्ज है। इसी ब्लाक में वीआईपीगणों के लिये बने रविशंकर भवन गेस्ट हाऊस भी शामिल है जो लोनिवि के पास है। ब्लाक नंबर 6 में स्थित चंपक बंगला जिसे लेंस डाउन हाउस भी कहा जाता है जो पर्यटन विभाग के पास है। ब्लाक नंबर 10 में 11 लाख 25 हजार 205 वर्गफीट में स्थित राजभवन जो लोनिवि के पास है। ब्लाक नंगर 12 में स्थित बायसन लॉज जहां से वन विभाग पर्यटकों की बुकिंग करता है। ब्लाक नंबर 32, 33 और 36 में स्थित हवाई पट्टी जोकि 7 लाख 91 हजार 792 वर्गफीट में बनी हुई है और लोनिवि के पास है।
इसी प्रकार, ब्लाक नंबर 9 में 4 हजार 152 वर्गफीट में स्थित ईदगाह जोकि सचिव अंजुमन कमेटी के पास है, ब्लाक 10 में 140 वर्गफीट में स्थित बजरंग बली मंदिर जो नजूल के पास है, ब्लाक 19 में 83 हजार 717 वर्गफीट में बना गिरजाघर जोकि गिरजाघर ट्रस्ट एसोसियेशन नागपुर के पास है तथा 94 हजार 181 वर्गफीट में बना आर्मी एजुकेशन कोर के कमांडेंट का बंगला, ब्लाक नंबर 21 में 2 लाख 73 हजार 231 वर्गफीट में बना हेराल्उ हाउस जोकि पुलिस प्रशिक्षण केंद्र के पास है और 2 लाख 38 हजार 292 वर्गफीट में स्थित गोल्फ कोर्स जोकि पचमढ़ी क्लब के पास है।