शासकीय भूमि को बिना सक्षम अनुमति के निजी कराने की चार शिकायतों की जांच ईओडब्ल्यु द्वारा जारी


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स्टोरी हाइलाइट्स

ब्यूरो इन शिकायतों में तथ्यों एवं साक्ष्यों का एकत्रीकरण कर रहा है..!!

भोपाल: राज्य का आर्थक अन्वेषण ब्यूरो यानि ईओडब्ल्यु ऐसी चार शिकायतों की जांच कर रहा है जिनमें शासकीय भूमि को बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के निजी कर दिया गया है। ब्यूरो इन शिकायतों में तथ्यों एवं साक्ष्यों का एकत्रीकरण कर रहा है। 

एआईजी ईओडब्ल्यु भोपाल द्वारा दी गई अधिकृत जानकारी के अनुसार, ये चार शिकायतें हैं : 

एक, 8 जनवरी 2024 को बीएल मिश्रा सागर राड छतरपुर तथा महिला एवं 1 फरवरी 2024 को बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी अनिल जैन की शिकायत है कि हेमेन्द्र प्रताप सिंह एवं अन्य सागर रोड छतरपुर द्वारा करोड़ों की सरकारी भूमियों पर बिना स्वत्व तथा सक्षम प्राधिकारी के आदेश के प्राईवेट भू माफिया के नाम राजस्व रिकार्ड में दर्ज कर शासन को आर्थिक हानि पहुंचाई गई। 

दो, 8 अप्रैल 2024 को ऋषभ जैन जेएसके कॉलोनी अनंतपुरा टीकमगढ़ की शिकायत में कहा गया है कि पटवारी, तहसीलदार बल्देवगढ़ जिला टीकमगढ़ एवं भू माफिया व अन्य द्वारा शासकीय 60 एकड़ जमीन को आपसी मिलीभगत से कूटरचित दस्तावेज तैयार कर परिवारजनों के नाम की गई। 

तीन, 22 अप्रैल 2024 को सुनील गुर्जर निवासी विक्की फैक्ट्री ग्वालियर की शिकायत में कहा गया कि तत्कालीन तहसीलदार सिटी ग्वालियर शत्रुघ्न सिंह धाकड़ द्वारा लगभग 40 करोड़ रुपये बाजार मूल्य की शासकीय भूमि को बिना किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति से स्वर्गीय शंकर सिंह गुर्जर के पुत्रों एवं अन्य के नाम कर दी गई। 

चार, 19 फरवरी 2024 को महेश त्रिवेदी निवासी मकान नंबर 1 निरजा नगर जेके रोड भोपाल की शिकायत में कहा गया कि निरजा नगर गृह निर्माण सहकारी सोसायटी भोपाल के तत्कालीन अध्यक्षगणों द्वारा लगभग 15 करोड़ रुपये बाजार मूल्य की शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर बिना किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति से निरजा नगर गृह सहकारी सोसायटी भोपाल में शामिल की भूखण्ड के रुप में विक्रय किया गया।