मध्य प्रदेश सरकार के श्रम, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने श्रम विभाग की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि मप्र श्रम कल्याण बोर्ड ने प्रदेश में उज्जैन, पीथमपुर, भोपाल, जबलपुर और सतना को पांच मॉडल श्रम केंद्र के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है।
ट्रेड सिविल इंजीनियरिंग असिस्टेंट, तकनीशियन मेक्ट्रोनिक्स, एडवांस्ड सीएनसी मशीनिंग तकनीशियन श्रीमोदय आदर्श आईटीआई-मुगलिया छाप राज्य में केवल श्रीमोदय आईटीआई में कार्यरत है, यह एक विशेष उपलब्धि है।
प्रहलाद पटेल ने कहा कि श्रम मंडल की "अंत्येष्टि सहायता योजना" केवल श्रमिकों को लाभान्वित करती थी, जिसे बढ़ाकर पात्र श्रमिक परिवारों के पति-पत्नी, बेटे, बेटियों और माता-पिता को भी इसमें शामिल कर दिया गया है। इसके अलावा, बोर्ड की "अनुग्रह सहाय योजना" जो पहले केवल श्रमिकों के लिए उपलब्ध थी, को पात्र श्रमिक के परिवार के पति-पत्नी, बेटे-बेटियों और माता-पिता को शामिल करने के लिए बढ़ा दिया गया है।
श्रम मंत्री ने कहा कि 11 साल बाद बोर्ड के विशेष अंशदान की दर को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है, जिसमें नियोक्ता का अंशदान 1500 रुपये की जगह 30 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये प्रति छह माह किया जाएगा महीने में इसे 100 रुपये करने का फैसला किया गया है। मंडल द्वारा वर्तमान में विभागीय श्रमिक खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें इंदौर प्रतियोगिता 8 अक्टूबर को सम्पन्न हुई।
श्रम मंत्री ने कहा कि श्रमिक ग्रामीण आवास के लिए अनुदान योजना 2024 में शुरू की गई है। इसके तहत ऐसे पंजीकृत निर्माण श्रमिक जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत मकान आवंटित किये जायेंगे, उन्हें बोर्ड द्वारा 50,000/- रूपये की अनुदान राशि से लाभान्वित किया जायेगा।