मध्य प्रदेश के झाबुआ में झांसी जैसा हादसा टल गया। यहां एनएससीयू में आग लग गई, जिससे कई नवजात शिशुओं की जान जोखिम में पड़ गई। गनीमत रही कि आग पर समय रहते काबू पा लिया गया और कोई नुकसान नहीं हुआ। पिछले साल यूपी के झांसी में भी इसी तरह के हादसे में कई नवजात शिशुओं की जान चली गई थी।
दरअसल बुधवार 21 मई को दोपहर 1 बजे जिला अस्पताल के शिशु गहन चिकित्सा इकाई में बिजली का फॉल्ट आ गया। बिजली कर्मचारियों को बुलाया गया। वे काम कर रहे थे। इसी बीच दोपहर 2 बजे फिर से फॉल्ट आ गया और शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई।
इसी दौरान वार्ड में भर्ती 31 नवजात शिशुओं को तत्काल उक्त वार्ड से निकालकर दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया। घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
झाबुआ जिला अस्पताल में बुधवार को बड़ा हादसा टल गया। दिन में बिजली के फॉल्ट के कारण हादसा बड़ा रूप नहीं ले पाया। अगर यही फॉल्ट रात में होता और आग लग जाती तो नवजात शिशुओं को बचाना मुश्किल हो जाता।
इस घटना का सुखद पहलू यह रहा कि जब शार्ट सर्किट और आगजनी की घटना हुई उस समय बिजली विभाग के कर्मचारी वहां मौजूद थे।
दोपहर का समय होने के कारण सभी सक्रिय थे। आग लगते ही माता-पिता घबरा गए। वे तुरंत अपने बच्चों को लेकर बाहर भागने लगे। अस्पताल के कर्मचारियों ने भी मदद शुरू कर दी। सभी नवजात शिशुओं को दूसरे वार्ड में रखा गया। घटना के समय उक्त वार्ड में 31 बच्चे थे। किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।