पुणे पुल हादसे से सबक, डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने दिए सभी पुराने पुलों के ऑडिट के आदेश


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स्टोरी हाइलाइट्स

कुंडमाला में हुए हादसे की जानकारी मिलते ही डिप्टी सीएम ने जिला प्रशासन से संपर्क कर बचाव कार्य में तेजी लाने, एनडीआरएफ की टीमें, दमकल वाहन और एंबुलेंस को तुरंत मौके पर भेजने के निर्देश दिए..!!

बारिश का मौसम शुरु होते ही कई पुराने पुल ठहने या फिर पर्यटकों के पानी की तेज़ धार में बह जाने की ख़बरें सामने आती हैं। जरा सी चूक से लोगों की जान पर बन आती है। 15 जून रविवार को पुणे के कुंदमाला में मावल तालुका में इंद्रायणी नदी पर बने एक पुल के ढहने से बड़ा हादसा हो गया। हादसे में अब 4 लोगों की मौत की ख़बर सामने आई है। 18 लोग घायल हैं, कई लापता भी बताए जा रहे हैं।

हादसे के समय पुल पर 100 से भी ज्यादा लोग मौजूद थे। बताया जा रहा है, कि पुल काफी पुराना और जर्जर अवस्था में था। प्रशासन की ओर से दो-तीन महीने पहले पुल पर आवागमन भी बंद कर दिया गया था। बावजूद इसके पुल पर घूमने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं इक्का-दुक्का दोपदिए वाहन भी पुल पर आते रहते थे।

पुणे पुल हादसे से सबक लेते हुए डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने सभी पुराने पुलों के संरचनात्मक ऑडिट के आदेश दिए हैं। शिंदे ने जिला प्रशासन से संपर्क कर राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। एकनाथ शिंदे ने इस हादसे में मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। साथ ही प्रशासन को घायलों को तत्काल उपचार मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।

कुंडमाला में हुए हादसे की जानकारी मिलते ही डिप्टी सीएम ने जिला प्रशासन से संपर्क कर बचाव कार्य में तेजी लाने, एनडीआरएफ की टीमें, दमकल वाहन और एंबुलेंस को तुरंत मौके पर भेजने के निर्देश दिए।

ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए उपमुख्यमंत्री शिंदे ने मुख्य सचिव सुजाता सौनिक से फोन पर इस मामले पर चर्चा की और राज्य में ऐसे पुराने पुलों का संरचनात्मक ऑडिट कराने के आदेश दिए। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना कुंदामाला इलाके में हुई, जहां लोग अक्सर पिकनिक मनाने जाते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से इलाके में भारी बारिश हो रही है, जिससे नदी का जलस्तर बढ़ रहा है।

पुणे में हुए हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात की। पीएम मोदी को प्रभावित लोगों की मदद के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी गई। इससे पहले सीएम देवेंद्र फडणवीस ने ट्विटर पर कहा था, "पुणे जिले के तालेगांव के पास इंद्रायणी नदी पर एक पुल गिरने से हुए हादसे की खबर सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई है। मैं उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हम उनके परिवारों के दुख को साझा करते हैं।"

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी घटना को लेकर दुख व्यक्त किया है। पुणे के तलेगांव में इंद्रायणी नदी पर स्थित पुल के गिरने का समाचार अत्यंत हृदय विदारक है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं।

बाबा महाकाल से दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना है।

आपको बता दें, कि पुल के बंद होने के बावजूद पर्यटक यहां आते रहे,  और पुल पर पहुंचकर तस्वीरें भी खिंचवाईं। लोगों को उस पुल पर जाने से रोकने के लिए कोई यहां प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद नहीं था।

माना जा रहा है कि इसी वजह से रविवार को पिकनिक मनाने पहुंचे लोग उस पुल पर जमा हो गए। पुल पर उस समय 100 से भी ज्यादा पर्यटक मौजूद थे, पुल इतना वज़न नहीं सह पाया और ढह गया।

इस हादसे की एक और वजह लोगों की लापरवाही भी बताई जा रही है। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें देखा जा सकता है कि लोग अपने दोपहिया वाहन लेकर भी उस पुल पर पहुंचे। ऐसे में पहले से ही जर्जर पुल पर और ज़्यादा दबाव बढ़ गया। ज़्यादा वज़न की वजह से पुल ढह गया।

महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है, पुणे में ऑरेंज अलर्ट है। फिलहाल, मार्बल तहसील में भुशी डैम और लोनावाला जैसे कई पर्यटन स्थल बंद हैं, सरकार ने 31 अगस्त तक यहां पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी।

इसके चलते कुछ और पर्यटन स्थलों पर भी भीड़ देखी गई, इंद्रायणी नदी पर बना पुल भी उन्हीं जगहों में से एक था। फिलहाल सरकार की प्राथमिकता लापता लोगों को ढूंढना है, इसके बाद मामले की जांच की जाएगी और फिर असल कारण भी सामने आएंगे।