मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जल ही जीवन है और जल से ही जीवन का यौवन है। जल से जुड़ी पर्यटन गतिविधियों का विकास हमारा लक्ष्य है। वॉटर स्पोर्ट्स का इनार्मस एडवेंचर (असाधारण रोमांच) अब गांधीसागर बांध की एक नई पहचान बनेगा। सीएम डॉ. यादव ने कहा कि गांधीसागर बांध क्षेत्र का पूरा कैचमेंट एरिया और बैकवॉटर का प्राकृतिक सौंदर्य स्विट्जरलैंड की वादियों से भी ज्यादा आनंदित करने वाला है। गांधीसागर पहले से ही गिद्धों के लिए मशहूर है, लेकिन अब यहां चीता भी दौड़ रहा है। जल और वन्यजीव पर्यटन के मामले में गांधीसागर अब देश-दुनिया में मशहूर हो रहा है। सीएम डॉ. यादव शुक्रवार को मंदसौर जिले के गांधीसागर बांध क्षेत्र में फॉरेस्ट रिट्रीट के चौथे संस्करण के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सीएम ने मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा बांध के बैकवॉटर एरिया में विकसित टेंट सिटी का शुभारंभ भी किया।
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि भगवान पशुपतिनाथ के प्रभाव क्षेत्र में चंबल मैया के किनारे गांधीसागर का संबंध गंगाजी से जुड़ रहा है। शिप्रा नदी चंबल में आकर मिलती है और यही धारा आगे जाकर यमुना नदी में मिलती है। चंबल नदी के बगैर यमुना की धारा अधूरी है। हजारों साल से मंदसौर, नीमच और बरसों से बीहड़ रहे क्षेत्र को चंबल मैया का आशीर्वाद मिल रहा है। चंबल नदी में घड़ियाल और डॉलफिन का भी बसेरा है। चंबल का पानी स्वच्छता में सर्वोत्तम है। गंगा मैया देवभूमि उत्तराखंड से निकलती है। कोलकाता में गंगा नदी में मालवांचल की मिठास भी घुली हुई है।
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि जल ही जीवन की धुरी है। पृथ्वी पर जीव की उत्पत्ति जल से हुई है। जल से स्नान करने पर शरीर की थकावट दूर हो जाती है। सनातन धर्म की सभी परम्पराओं और संस्कारों में जल का बड़ा महत्व है। गांधीसागर बांध क्षेत्र में वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी की शुरुआत हो गई है। अब यह सम्पूर्ण क्षेत्र वॉटर स्पोर्ट्स में रूचि रखने वाले देश-दुनिया के सभी पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्राचीनकाल में जलमार्गों से ही आवागमन होता था। उज्जैन से मां शिप्रा के माध्यम से गंगा नदी से देशभर के अन्य स्थानों तक पहुंचा जा सकता था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमें विरासत से विकास और जल संस्कृति के संरक्षण का नारा दिया है। गांधीसागर बांध क्षेत्र में पर्यटन बढ़ने से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि मंदसौर सिर्फ गांधीसागर के लिए नहीं, अफीम उत्पाद जिले के लिए भी फेमस है। अफीम की भाजी का स्वाद लेने का एक अलग ही आनंद है।
सीएम डॉ. यादव ने किसानों के हित में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में किसानों की हितैषी और संवदेनशील सरकार है। प्रदेश के सभी कलेक्टर्स को प्राकृतिक आपदा या कीट प्रकोप से किसानों की फसल को हुए नुकसान का जल्द से जल्द सर्वे पूरा करने और राहत राशि देने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। किसानों को हुए फसल घाटे की भरपाई सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बहनों के कल्याण के लिए भी संकल्पित है। लाड़ली बहना योजना के माध्यम से सरकार उन्हें 1500 करोड़ रूपए से अधिक की राशि प्रतिमाह प्रदान कर रही है।
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 17 सितंबर को धार की ऐतिहासिक धरती पर पधार रहे हैं। धार में कपास आधारित उद्योगों और रेडीमेड गारमेंट्स की निर्माण इकाइयों की स्थापना के लिए भारत के पहले और सबसे बड़े पीएम मित्रा पार्क का शिलान्यास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का वैश्विक मंच पर उपस्थित होना भारतीयों को गौरवान्वित करने वाला अवसर है।
सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि गांधीसागर और चंबल क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। सीएम डॉ. यादव राज्य के पर्यटन और औद्योगिक गतिविधियों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। इस क्षेत्र में गिद्ध संरक्षण और तितलियों की प्रजातियों के लिए प्रसिद्ध है। आगामी वर्षों में गांधीसागर क्षेत्र प्रदेश का सबसे प्रसिद्ध जल पर्यटन स्थल बनेगा।
विधायक चंदन सिंह सिसोदिया ने कहा कि सीएम डॉ. यादव ने मंदसौर और नीमच जिले को कई सौगात दी हैं। राजस्थान सीमा पर स्थित गांधीसागर बांध वर्ष 1960 में बना था। यहां सालों तक कोई विकास नहीं हुआ, लेकिन अब सीएम ने अपनी सहृदयता से यहां विभिन्न कार्यों के लिए 100 करोड़ रूपए से अधिक की विकास राशि मंजूर की है। विकास कार्यों के बाद यह क्षेत्र एक नए स्वरूप में जाना-पहचाना जाएगा।
कार्यक्रम में राज्यसभा सदस्य बंशीलाल गुर्जर, पूर्व मंत्री एवं विधायक ओमप्रकाश सकलेचा, नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार, विधायक माधव मारू, पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ नेता देवीलाल धाकड़, विधायक (राजस्थान) सुरेश धाकड़, जनप्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।