सार्थक एप में अटेंडेंस देने में हुये घोटाले पर लोकेशन रीसेट की


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स्टोरी हाइलाइट्स

इंदौर, भोपाल, जबलपुर, उज्जैन, ग्वालियर, सागर एवं रीवा स्थित क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालकों एवं उनके क्षेत्र में आने वाले सभी शासकीय एवं अनुदान प्राप्त कालेजों के प्राचार्यों पर जिम्मेदारी डाल दी है..!

भोपाल। राज्य सरकार के उच्च विभाग ने सार्थक एप पर अटेंडेंस देने में घोटाला करने के मामलों से निपटने के लिये एप पर लोकेशन को रीसेट कर दिया है। इंदौर, भोपाल, जबलपुर, उज्जैन, ग्वालियर, सागर एवं रीवा स्थित क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालकों एवं उनके क्षेत्र में आने वाले सभी शासकीय एवं अनुदान प्राप्त कालेजों के प्राचार्यों पर जिम्मेदारी डाल दी है कि वे कालेज के एम्प्लाईज की फस्र्ट लोकेशन मार्क करवायें तथा इसमें त्रुटि  होने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।

उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इस संबंध में जारी परिपत्र में कहा गया है कि सार्थक एप में की जा रही निरंतर समीक्षा करने में ये पाया गया है, के अनेक अधिकारी / कर्मचारी अपने कार्यस्थल के अलावा अन्य किसी स्थान से अपनी उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं। 

आने वाले दिनों में ऐसे लोगों पर की जाने वाली कार्यवाही को ध्यान में रखते हुए, सार्थक एप को और सशक्त बनाया जा रहा है। इसके लिये कॉलेज लोगिन की लोकेशन को रीसेट किया गया है ताकि अधिकारी एवं कर्मचारी अपने डिस्ट्रिक्ट लागइन, कालेज कोड एवं पासवर्ड से लॉगिन कर क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक कार्यालय / प्राचार्य कक्ष से अपनी फस्र्ट (प्रथम) लोकेशन मार्क करवा सकें। इस लोकेशन पर उस क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक कार्यालय / महाविद्यालय में कार्य कर रहे समस्त अधिकारीयों एवं कर्मचारियों की लोकेशन को मैप कर दिया जाएगा एवं लोकेशन रीसेट करने के विकल्प पर प्रतिबन्ध लगा दिया जाएगा। 

फस्र्ट (प्रथम) लोकेशन मार्क करने का दायित्व पूर्णत: क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक एवं प्राचार्य का होगा। इस कार्य में किसी भी प्रकार की त्रुटि पायी जाने पर क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक एवं प्राचार्य पर अनुशासत्मक कार्यवाही की जायेगी।