भोपाल। राज्य के विमानन विभाग ने नई एविएशन पालिसी के तहत इंसेंटिव देने वाला वह टेण्डर जारी कर दिया है जिसका लाभ उठाने के लिये निजी एयरलाईंस कंपनियों द्वारा नये हवाई रुट पर वायुसेवा प्रारंभ की जा सकेंगी। टेण्डर में भारत के सोलह नगरों एवं विदेश के छह नगरों के नाम भी दिये गये हैं जिनमें यह इंसेंटिव दिया जा सकेगा। इनके अलावा, भी निजी कंपनियां अन्य नये रुट पर विमान चलाती हैं तो भी उसे यह इंसेंटिव दिया जायेगा। आगामी 15 सितम्बर 25 तक ये टेण्डर भरे जा सकेंगे।
विमानन विभाग ने घरेलू उडाऩों के लिये भारत के इन 16 शहरों के नाम टेण्डर में दिये हैं : लखनऊ उप्र, वाराणसी उप्र, पटना बिहार, जम्मू जेएण्डके, कलकत्ता पश्चिम बंगाल, चेन्नई तमिलनाडु, जयपुर राजस्थान, गोवा, भुवनेश्वर उड़ीसा, बगडोगरा पश्चिम बंगाल, कोच्चि/त्रिवेन्द्रम केरला, तिरुपति आंधप्रदेश, पोर्ट ब्लेयर अण्डमान निकोबार आईलेंड्स, रांची झारखण्ड, अमृतसर पंजाब तथा चंडीगढ़। विदेश के इन छह नगरों के नाम भी टेण्डर में दिये गये हैं : सिंगापुर, कुआलालम्पुर मलेशिया, बैंकाक थाईलैंड, जद्दाह साउदी अरब, अबु धाबी यूएई तथा दुबई यूएई। मप्र के इन आठ एयरपोर्ट से ये घरूलू एवं अंतार्राष्ट्रीय उड़ाने संचालित की जा सकेंगी : भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, खजुराहो, रीवा, सतना एवं दतिया।
यह मिलेगा इंसेंटिव :
मप्र सरकार द्वारा घरेलू उड़ानों के लिये 50 सीटर विमान को एक हजार रुपये प्रति किलोमीटर अधिकतम साढ़े सात लाख रुपये प्रति राउण्ड ट्रिप के अनुदान स्वरुप दिये जायेंगे लेकिन यह राशि 750 किमी की उड़ान पर मिलेगी। घरेलू उड़ान के अंतर्गत ही 50 सीटर से ज्यादा के विमानों हेतु एक हजार रुपये प्रति किलोमीटर अधिकतम दस लाख रुपये प्रति राउण्ड ट्रिप के अनुदान स्वरुप दिये जायेंगे लेकिन यह राशि 750 किमी से ज्यादा दूरी की उड़ान पर मिलेगी। इसी प्रकार, अंतराष्ट्रीय उड़ानों के अंतर्गत, 180 से अधिक सीट वाले विमान हेतु एक हजार रुपये प्रति किलोमीटर अधिकतम दस लाख रुपये प्रति राउण्ड ट्रिप के अनुदान स्वरुप दिये जायेंगे लेकिन यह राशि एक हजार किमी तक की उड़ान पर मिलेगी। अंतराष्ट्रीय उड़ानों के अंतर्गत ही 180 सीट से अधिक क्षमता वाले विमानों हेतु एक हजार रुपये प्रति किलोमीटर अधिकतम 15 लाख रुपये प्रति राउण्ड ट्रिप के अनुदान स्वरुप दिये जायेंगे लेकिन यह राशि एक हजार किमी से अधिक दूरी की उड़ान पर मिलेगी।
पांच कंपनियों आ सकती हैं :
इंसेंटिव का लाभ लेने के लिये देश की पांच निजी एयरलाईन कंपनियां टेण्डर भरने के लिये आगे सकती हैं क्योंकि वे लम्बे समय से इस टेण्डर की प्रतीक्षा कर रही थीं। इसमें इण्डिगो और टाटा की एक कंपनी भी शामिल है।