महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे। विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने एकनाथ शिंदे समेत 16 विधायकों को अयोग्य करार देने से इंकार करते हुए शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को ही असली शिवसेना माना है। चुनाव आयोग ने भी यही फैसला दिया था।
राहुल नार्वेकर ने 1200 पेजों के फैसले के मुख्य बिंदुओं को सुनाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पास शिवसेना के 55 में से 37 विधायक हैं। उन्हें अयोग्य ठहराने का कोई वैध आधार नहीं है। एकनाथ शिंदे ही शिवसेना और पार्टी के असली नेता हैं।
स्पीकर ने अपने फैसले में आगे कहा कि ये साफ है कि सुनील प्रभु को जब चीफ व्हिप न्युक्त किया गया था, तब पार्टी का विभाजन हो चुका था। चुनाव आयोग ने इसी गुट को असली शिवसेना माना है, इसलिए चीफ व्हिप के रूप में भरत गोगावले की नियुक्ति सही है। सुनील प्रभू को विधायक दल की बैठक बुलाने का अधिकार नहीं था।
फैसले के बाद ठाणे में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निजी घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं शिन्दे गुट के पार्टी ऑफिस बाला साहेब भवन की सुरक्षा बढ़ाई गई। फैसले से पहले विधानसभा स्पीकर और उनके परिवार की सुरक्षा भी बढ़ाई गई है।
बुधवार सुबह उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने कहा कि फैसले पर मैच फिक्सिंग हुई है। स्पीकर दो बार आरोपियों से मिल चुके हैं। आज का फैसला बस औपचारिकता है। विधायकों की अयोग्यता पर फैसला दिल्ली से हो चुका है।