भोपाल। मध्यप्रदेश के वन विभाग के अधीन राज्य लघु वनोपज संघ के अंतर्गत संचालित एम.एफ.सी. पार्क (एम.पी. लघु वनोपज प्रसंस्करण एवं अनुसंधान केंद्र) को अब आधुनिक स्वरूप प्रदान किया जाएगा। यह वही प्रतिष्ठान है, जो विन्ध्य हर्बल के नाम से हर्बल उत्पाद एवं आयुर्वेदिक औषधियाँ तैयार करता है।
सरकार ने इस पार्क के आधुनिकीकरण हेतु एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI) जारी किया है। इसके अंतर्गत एक वास्तुविद् (आर्किटेक्ट) का चयन कर डीपीआर (विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन) तैयार कराया जाएगा।
लगभग 11.46 एकड़ क्षेत्रफल में फैले इस परिसर में आधारभूत संरचना से लेकर उत्पादन इकाइयों तक सर्वांगीण उन्नयन की योजना बनाई गई है।
कायाकल्प के अंतर्गत होंगे ये कार्य :नये गोदाम, प्रोडक्शन प्लांट, बॉयलर सेक्शन, मिक्सिंग यूनिट, फैक्ट्री आउटलेट (संजीवनी केंद्र) और रिटेल प्रोसेसिंग सेंटर का निर्माण।
कैप्सूल सेक्शन, कण्ट्रोल रूम, स्टाफ कैंटीन, विजिटर पार्किंग, लॉकर रूम, बाउंड्री वॉल एवं लैंडस्केपिंग का विकास।
साथ ही पुराने आयल सेक्शन, आसव-अरिष्ट सेक्शन, टेबलेट एवं खारल यूनिट, भट्टी सेक्शन, पैकेजिंग मटेरियल स्टोर, कोरुगेटेड बॉक्स यूनिट, रिटेल स्टोर, इन्क्युबेशन सेंटर, विजिटर एरिया तथा गार्ड रूम का नवीनीकरण किया जाएगा।
यह पहल न केवल हर्बल उद्योग को आधुनिक तकनीक से जोड़ने की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगी, बल्कि ‘विन्ध्य हर्बल’ को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी पहचान दिलाने का मार्ग भी प्रशस्त करेगी।
डॉ. नवीन आनंद जोशी