मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव अपनी संभागीय समीक्षा के दौर में आज रीवा पहुंचे हैं। यहाँ शाम को वे संभाग की कानून व्यवस्था व अन्य विकास कार्य की समीक्षा बैठक करने वाले हैं। इसके बाद वे सीधे दिल्ली जा रहे हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही मंत्रियों को जिलों के प्रभार देने समेत कुछ अन्य जरूरी मामलों में वे हाइकमान से चर्चा करेंगे।
सरकार को 26 जनवरी से पहले मंत्रियों को जिले के प्रभार का वितरण करना है। चूंकि मंत्रियों की संख्या कम है इसलिये अधिकांश के पास दो दो जिलों का जिम्मा दिया जाएगा। इस प्रभार भी राजनीतिक व प्रशासनिक जरूरतों को देखते हुए बांटे जाने की कवायद चल रही है।
जानकार बताते हैं संभाग समीक्षा की तैयारी सिर्फ संबंधित विभाग के अफसर ही नहीं कर रहे हैं बल्कि मुख्यमंत्री सचिवालय भी हर संभाग में पुलिस व संभाग समीक्षा के लिये प्रशासन के मैदानी कामकाज की हर बारीक जानकारी भी जुटा रहा है। इसका मकसद यही है कि आम जनता से जुड़े मामले में मैदानी अफसर किसी तरह की कोताही न कर सकें। इसके अलावा चुनाव के दौरान अफसरों के कामकाज आदि पर भी गौर किया जा रहा है।
दो दिन पहले जबलपुर संभाग की समीक्षा बैठक के बाद कलेक्टर सौरव सुमन को जनता की शिकायतों व असंतोष के चलते हटाया गया है। माना जाता है कि विंध्य में हाल के चुनाव परिणाम के बाद भाजपा इसमें और सुधार करने की कोशिश में है। इसलिए यह संभाग भाजपा व सरकार दोनों के लिये चुनावी रोडमैप का अहम हिस्सा है।