मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का एक बयान सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे एक पत्रकार के सवाल पर भड़क गए। एक पत्रकार ने मुख्यमंत्री से हाल ही में खांसी की दवा से हुई 16 बच्चों की मौत के बारे में पूछा, जिस पर सीएम ने कुछ ऐसा जवाब दिया जिसने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है।
पत्रकार ने पूछा, "मुख्यमंत्री जी, वो 16 बच्चे खांसी की दवा से मर गए..."
मुख्यमंत्री ने पत्रकार को रोकते हुए कहा, “अरे, हो गया ना ये कल की बात है, इसे यहाँ मत लाओ। आप समझदार हैं, आज की बात करो, अब सब कुछ खत्म हो गया है।”
सीएम के इस बयान ने पत्रकारों और वहाँ मौजूद लोगों को झकझोर कर रख दिया। सोशल मीडिया ने इस प्रतिक्रिया को "शर्मनाक" और "असंवेदनशील" बताया है। कई यूज़र्स ने सवाल उठाया है कि क्या मासूम बच्चों की मौत जैसी गंभीर घटना के बाद सरकार की इतनी लापरवाह प्रतिक्रिया कितनी उचित है।
विपक्षी दलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस बयान की निंदा की है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री को पत्रकार के सवाल पर गुस्सा होने के बजाय मृतक बच्चों के परिवारों के प्रति संवेदनशीलता दिखानी चाहिए थी।
मध्य प्रदेश की यह ताज़ा घटना स्वास्थ्य व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर करती है। इस बीच, जनता और विपक्ष सरकार से जवाब मांग रहे हैं कि ऐसी लापरवाही कैसे हुई और इसके लिए ज़िम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई की जाएगी।