MP में भारी बारिश का दौर, खोले गए इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट


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स्टोरी हाइलाइट्स

नर्मदा नदी में करीब 30 हजार क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है, जिसके चलते ओंकारेश्वर के सभी घाट जलमग्न हो गए हैं..!

मध्यप्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। खंडवा सहित प्रदेश में बारिश को देखते हुए जिले के इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट खोल दिए गए हैं। नर्मदा नदी में करीब 30 हजार क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। जिसके चलते ओंकारेश्वर के सभी घाट जलमग्न हो गए हैं। मोरटका में इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर बने नर्मदा पुल के ऊपर से पानी बहने से वाहनों का आवागमन बंद हो गया है।

इस मॉनसून में पहली बार इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांधों के गेट खोले गए हैं, जिससे नर्मदा में उफान आ गया है। नर्मदा घाटी के ऊपरी इलाकों में दो दिनों से बारिश हो रही है और गेट खुलने से इंदिरा सागर पर असर पड़ा है। शुक्रवार को बरगी और तवा बांध के गेटों से जलस्तर अचानक बढ़ गया था, जिसके कारण एनएसडीसी प्रशासन को दोपहर करीब 1:00 बजे इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट खोलने पड़े। एनएसडीसी प्रशासन ने तुरंत खंडवा खरगांव सहित आसपास के जिला प्रशासन को सूचित किया और गेट खोलने की प्रक्रिया शुरू की।

ओंकारेश्वर बांध परियोजना प्रमुख धीरेंद्र कुमार द्विवेदी ने बताया कि ओंकारेश्वर बांध का जल स्तर 196 तक पहुंचने के कारण जल स्तर को नियंत्रित करने के लिए बांध के सभी 23 गेट लगभग 6 मीटर तक खोल दिए गए हैं, जिससे लगभग 30 हजार क्यूमेक्स पानी की आवक हुई है। पानी। नर्मदा के निचले इलाकों में छोड़ा जा रहा है।

साथ ही इंदिरा सागर बांध से 28 हजार क्यूमेक्स पानी मिल रहा है। वहां 20 में से 12 गेट खोल दिए गए हैं। दोनों स्थानों से छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा बढ़ाई जा रही है। ओंकारेश्वर बांध से सुबह 10:00 बजे तक 37 हजार क्यूमेक्स पानी छोड़ा जाएगा। इसी वजह से प्रशासन ने यहां के रहवासियों लोगों से अनुरोध किया है कि वे नर्मदा किनारे न जाएं।

नर्मदा का जलस्तर बढ़ने के कारण ओंकारेश्वर के सभी घाटों पर लोगों को न जाने की लगातार सलाह दी जा रही है। साथ ही मोरटक्का पुल से भी वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया है।

जिले की पुनासा तहसील के अतुत खास गांव में कावेरी और अमाक नदी में बाढ़ के कारण पानी गांव में घुस गया है। इसके कारण घरों और दुकानों में पानी भर गया है। इस इलाके में शुक्रवार से जारी बारिश के कारण नदियां और नहरें उफान पर हैं। गांव के पास से बहने वाली कावेरी और अमाक नदियां कल रात से बह रही हैं। दो माह पहले हुई बारिश के दौरान भी गांव में पानी भर जाने से भारी क्षति हुई थी। बाढ़ को देखते हुए ग्रामीण रात से ही चिंतित थे।

वहीं पुनासा नगर के भैरूपुरा में कुछ घरों में पानी घुसने से लोग परेशान हैं। इलाके में लगातार बारिश हो रही है। इलाके में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।