स्टोरी हाइलाइट्स
नर्सिंग कर्मचारियों के दो संगठनों की हड़ताल कल जरूर रही लेकिन अब बुधवार से इनके बेमुद्दत हड़ताल पर जाने से व्यवस्थाओं के बिगड़ने की आशंका गहरा
MP: नर्सिंग कर्मचारी कल से बेमुद्दत हड़ताल पर, व्यवस्था बिगड़ने का अंदेशा..
नर्सिंग कर्मचारियों के दो संगठनों की हड़ताल कल जरूर रही लेकिन अब बुधवार से इनके बेमुद्दत हड़ताल पर जाने से व्यवस्थाओं के बिगड़ने की आशंका गहरा रही है। दरअसल कल उच्चस्तरीय वेतनमान, पदनाम बदलने समेत विभिन्ना मांगों को लेकर नर्सिंग कर्मचारियों के दो संगठनों ने प्रदेश में एक दिन की हड़ताल की थी। यद्यपि भोपाल के हमीदिया, सुल्तानिया और जेपी अस्पताल में हड़ताल का बहुत ही कम असर दिखा।
हमीदिया में सुबह आठ से साढ़े आठ बजे के बीच प्रदर्शन के बाद नर्सिंग कर्मचारी काम पर लौट गए। इसकी वजह यह भी रही कि नर्सिंग कर्मचारियों का एक गुट आंदोलन में शामिल नहीं था। खास बात यह है कि प्रदेश में कोरोना की स्थितियों को देखते हुए एस्मा के लागू होने के बाद भी महीने भर के भीतर जूनियर डॉक्टर्स, एएनएचएम के संविदा कर्मचारी, स्वास्थ्य विभाग अधिकारी-कर्मचारी संघ के बैनर तले नर्सिंग कर्मचारियों ने हड़ताल की है।
इसके बावजूद एस्मा के तहत कार्रवाई को लेकर सरकार कदम उठाने से बच रही है। अब स्टेट नर्सेस एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा परमार और प्रांतीय नर्सेस एसोसिएशन की अध्यक्ष मंजू मेश्राम का कहना है कि सोमवार को एक दिन के सामूहिक अवकाश के बाद भी उनकी मांगों के संबंध में शासन ने निर्णय नहीं लिया है। ऐसे में बुधवार 30 जून से बेमियादी हड़ताल की जाएगी। मेश्राम ने बताया कि हमीदिया में कई गंभीर मरीज भर्ती हैं। मरीजों को परेशानी न हो, इसलिए आधे घंटे प्रदर्शन के बाद कल हड़ताल खत्म कर दी गई थी।