मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से बारिश गायब थी, लेकिन अब इसका असर एक बार फिर देखने को मिल रहा है। इस समय बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इसके अलावा, विदर्भ के ऊपर भी एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। लगभग पाँच अलग-अलग मौसमी प्रणालियाँ बनी हैं। इसके कारण मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में रुक-रुक कर बारिश जारी है।
सोमवार 18 अगस्त को हरदा, देवास, नर्मदापुरम, सीहोर समेत 14 जिलों में भारी बारिश की संभावना है। रविवार को टीकमगढ़, जबलपुर, शिवपुरी, खंडवा, श्योपुर, पचमढ़ी, जबलपुर, दमोह में बारिश देखी गई।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दाब का क्षेत्र बना है। यह उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। यदि यह इसी तरह आगे बढ़ता रहा, तो दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। विदर्भ और उसके आसपास के इलाकों में भी एक निम्न दाब का क्षेत्र बना है। यह सोमवार को गुजरात पहुँच सकता है। इसके अलावा, यह जैसलमेर, उदयपुर और रतलाम होते हुए बंगाल की खाड़ी में पहुँच रहा है।
मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, हरदा, सीहोर, नर्मदापुरम, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बैतूल, अलीराजपुर, धार, झाबुआ, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, सिवनी में भारी बारिश की संभावना है। अन्य जिलों में गरज के साथ बारिश हो सकती है
भोपाल, उज्जैन और ग्वालियर में हल्की बारिश की संभावना है। यहाँ हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। तेज़ हवाएँ, बिजली गिरने और बाढ़ आने की भी संभावना है।
पुराण डेस्क