MP यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान होल्ड पर, चुनाव में धांधली के आरोपों पर जमकर बवाल


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स्टोरी हाइलाइट्स

सूत्रों की मानें तो युवा कांग्रेस के नए अध्यक्ष के नाम को लेकर दिल्ली में जमकर विवाद हो रहा है, एमपी में यूथ कांग्रेस के चुनाव में वोट चोरी और धांधली की शिकायत के बाद फिलहाल नए अध्यक्ष का नाम होल्ड कर दिया गया है..!!

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर पूरे देश में मोदी सरकार पर वोट चोरी का आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच सूत्रों के हवाले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। मध्य प्रदेश यूथ कांग्रेस के हाल ही में हुए चुनाव अब खटाई में पड़ते दिख रहे हैं।

एमपी यूथ कांग्रेस चुनाव में विवाद के चलते प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान फिलहाल होल्ड पर कर दिया गया है। बताया जा रहा है, कि युवा कांग्रेस के नए अध्यक्ष के नाम को लेकर दिल्ली में जमकर विवाद हो रहा है। इसी के चलते यूथ कांग्रेस के चुनाव में वोट चोरी और धांधली की शिकायतें सामने आईं इसके बाद अध्यक्ष का नाम होल्ड कर दिया गया है।

कहा जा रहा है, कि धांधली की कई शिकायतों के बाद यूथ कांग्रेस चुनाव की जांच कराई जाएगी। अलावा इसके एमपी यूथ कांग्रेस चुनाव में 8.30 लाख वोट रिजेक्ट कर दिए गए थे।

चुनाव में अव्वल नम्बर पर आए यश घनघोरिया को लाभ पहुंचने के आरोप लगाए गए हैं। चुनाव कराने वाली बेंगलुरु की एजेंसी भी शक के दायरे में है। चुनाव परिणाम के बाद पहले, दूसरे और तीसरे नम्बर के उम्मीदवारों को दिल्ली तलब किया गया है।

माना जा रहा है, कि दिल्ली में जांच पूरी होने के बाद ही के नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का एलान किया जाएगा। चुनाव में करोड़ो रुपए की धांधली के आरोप लगाए जा रहे हैं।

आपको बता दें, कि मध्य प्रदेश BJP ने वोट चोरी और करोड़ों कमाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। राज्य मंत्री विश्वास सारंग ने BJP ऑफिस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस और राहुल गांधी पर ये आरोप लगाए। 

सारंग ने कहा कि मध्य प्रदेश में यूथ कांग्रेस ने चुनाव के नाम पर लाखों युवाओं का रजिस्ट्रेशन किया, उनसे करोड़ों रुपये फीस के तौर पर वसूले, लेकिन किसानों और गरीब परिवारों के युवाओं को किनारे कर दिया और एक बड़े नेता के बेटे को प्रेसिडेंट बना दिया। यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में रिजेक्ट और होल्डिंग के नाम पर लाखों वोट चुराए गए।

राहुल गांधी उन पर वोट चोरी का आरोप लगा रहे हैं। वे वोटर लिस्ट को लेकर कई दावे कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई फैक्ट्स पेश नहीं कर पाए हैं। आज तक कांग्रेस ने ऑफिशियली इलेक्शन कमीशन में कोई शिकायत या कोर्ट में कोई पिटीशन फाइल नहीं की है। वे सिर्फ मीडिया के सामने आकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने खुद मध्य प्रदेश में यूथ कांग्रेस के चुनाव के लिए कैंपेन किया था। उन्होंने दावा किया था कि कांग्रेस में डेमोक्रेटिक सिस्टम है, लेकिन असलियत यह है कि इसके जरिए करोड़ों रुपये इकट्ठा किए गए। मैंने इंडियन यूथ कांग्रेस की ऑफिशियल वेबसाइट से डेटा लिया है। इसके मुताबिक, मध्य प्रदेश में यूथ कांग्रेस के चुनाव के लिए 1.5 मिलियन युवाओं ने रजिस्टर किया था। उनसे 50 रुपये फीस भी ली गई थी। इस तरह करीब 7.5 करोड़ रुपये इकट्ठा किए गए।

यूथ कांग्रेस के करीब 4,000 युवाओं ने अलग-अलग लेवल पर चुनाव लड़ा था। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए फीस ₹7,000 थी, और दूसरे पदों के लिए फीस अलग-अलग थी। कांग्रेस ने इससे करीब ₹1 करोड़ कमाए, युवाओं और उनके माता-पिता की जेब लूटी।

मध्य प्रदेश में यूथ कांग्रेस के लिए 1.5 मिलियन युवाओं ने रजिस्टर किया था, लेकिन जब चुनाव हुए तो उनमें से करीब 500,000 कैंसिल हो गए। 300,000 ने वोट दिया। इस तरह, राहुल गांधी ने करीब 800,000 वोट चुरा लिए। कांग्रेस यह जवाब नहीं दे पाई कि ये वोट कहां गए।