बचपन को याद कर मंच पर भावुक हुए पीएम मोदी, बोले- काश ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता


Image Credit : twitter

स्टोरी हाइलाइट्स

कुछ देर के लिए अपना भाषण रोक, पानी पिया और फिर अपना भाषण शुरू किया..!!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को महाराष्ट्र के सोलापुर के दौरे पर हैं। इस दौरान मंच से भाषण देने के दौरान वे भावुक हो गये। शुक्रवार को उन्होंने राज्य के लाभार्थियों से बातचीत की। इसी बीच उन्होंने अपने बचपन का जिक्र करते हुए कुछ पल के लिए अपना भाषण रोक दिया। अपना भाषण बीच में रोककर पीएम ने पानी पिया और फिर कुछ देर के बाद अपना भाषण फिर से शुरू किया। 

अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी भावुक हो गए और कहा, 'मुझे खुशी है कि हमने सोलापुर के हजारों गरीबों, हजारों श्रमिकों के लिए जो संकल्प लिया था, वह आज पूरा हो रहा है। आज पीएम आवास योजना के तहत देश की सबसे बड़ी सोसायटी का उद्घाटन किया गया है। मैं वहां गया हूं और चाहता हूं कि मुझे भी बचपन में ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता।

इतना कहकर पीएम मोदी ने अचानक कुछ देर के लिए अपना भाषण रोक दिया। इसके बाद उन्होंने भावुक होकर कहा, 'जब मैं ये चीजें देखता हूं तो मुझे बहुत संतुष्टि होती है, जब हजारों परिवारों के सपने सच होते हैं तो उनका आशीर्वाद ही मेरी सबसे बड़ी पूंजी होती है। जब मैं इस परियोजना का शिलान्यास करने आया था तो मैंने आपको आश्वासन दिया था कि मैं स्वयं आपको आपके घर की चाबी देने आऊंगा।

पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि जो लोग इन नए घरों में रहने वाले हैं वे छोटे सपने न रखें। मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि बड़े सपने देखें, कभी छोटे सपने न देखें! आपके सपने पूरे करना मेरी गारंटी है। आपके सपने ही मेरा संकल्प है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारे देश में लंबे समय तक गरीबी हटाओ के नारे लगते रहे लेकिन गरीबी खत्म नहीं हुई। गरीबों के नाम पर योजनाएं तो बनीं, लेकिन गरीबों को उनका लाभ नहीं मिला। बिचौलिए उनके हक का पैसा लूट रहे हैं। पिछली सरकारों की नीतियां, इरादे और निष्ठाएं दांव पर थी।