अब 340 करोड़ रुपयों का तेंदूपत्ता बोनस बांटा जायेगा


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स्टोरी हाइलाइट्स

पिछले दस सालों में संघ 2 हजार करोड़ रुपयों का बोनस तेंदूपत्ता संग्रहकों को कर चुका वितरित

भोपाल।राज्य के वन विभाग अंतर्गत कार्यरत मप्र लघु वनोपज संघ ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 7680 वन समितियों को तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2022 हेतु 340 करोड़ रुपये तेंदूपत्ता बोनस बांटा जायेगा। पिछले वित्त वर्ष में तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2021 हेतु 825 समितियों को कुल 234 करोड़ रुपये का बोनस बांटा गया है। पिछले दस सालों में संघ 2 हजार करोड़ रुपयों का बोनस तेंदूपत्ता संग्रहकों को वितरित कर चुका है।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश में तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य में लगभग 40 लाख संग्राहक जुड़े हुए हैं, इनमें 44 प्रतिशत महिलाएं है। इनमें अधिकांश अनुसूचित जाति, जनजाति तथा पिछड़ा वर्ग की महिलाएं है। वर्ष 2022 से तेंदूपत्ता संग्रहण मजदूरी दर ढाई हजार रुपये प्रति मानक बोरा से बढाकर तीन हजार रुपये प्रति मानक बोरा निर्धारित की हुई है। तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2022 मे राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा 18.03 लाख मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहित कराया गया। तेंदूपत्ता संग्राहकों को उनके द्वारा संग्रहित की गई मात्रा हेतु 540.90 करोड़ रुपये संग्रहण पारिश्रमिक के रूप में उनके खाते में भुगतान की गई।

वर्तमान वित्त वर्ष में पेसा नियम के तहत लघु वनोपजों एवं तेंदूपत्ता के संग्रहण एवं विपणन का अधिकार अब जनजाति समुदाय निर्धारित करेगा। पेसा नियम के तहत प्रदेश के 20 जिलों की 268 ग्राम सभाओं से निर्धारित अवधि में तेंदूपत्ता संग्रहण एवं विपणन स्वंय करने के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। तेंदूपत्ता संग्राहक के बच्चों की शिक्षा हेतु वर्ष 2011 से प्रारंभ एकलव्य वनवासी शिक्षा विकास योजना के तहत 2205 विद्यार्थियों को 2 करोड़ 45 लाख रुपये की सहायता उपलब्ध कराई गई है।