भोपाल: प्रदेश का नया ईको पर्यटन केंद्र मगरपाठ भोपाल के कोलार जलाशय के पास तैयार हो गया है। अपर मुख्य सचिव अशोक बर्णमाल ने इस केंद्र को विकसित करने वाले एमपी ईको डेवलपमेंट बोर्ड की प्रमुख समीता राजौरा के साथ निरीक्षण किया। भोपाल से 40 किमी दूर मगरपाठ ईको जंगल कैंप, वनमंडल सीहोर अंतर्गत कोलार डैम के जलाशय के किनारे पर स्थित है।
यहां वर्तमान में पर्यटकों के रुकने के लिए आराम हेतु 4 रूम एवं 1 कैफेटेरिया है एवं यह प्रकृति प्रेमियों और रोमांच प्रेमी पर्यटकों के लिए एक आदर्श ईको पर्यटन गंतव्य स्थल है। यह स्थल अपने हरे-भरे जंगल, शांत वातावरण और समृद्ध जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थल डॉ विष्णु वाकणकर रातापानी टाइगर रिजर्व के समीप स्थित है। यह पर्यटकों को बाघों और विभिन्न वन्यजीवों प्रजातियों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है।
पर्यटक इस स्थल पर कैम्पिंग, पक्षी दर्शन, ट्रेकिंग, जंगल सफारी, टेंट में रुकने के साथ-साथ मगरपाठ कैफे में कोलर डैम के दृश्य का आनंद लेते हुए स्थानीय भोजन का भी लुफ्त उठा सकेंगे। समस्त गतिविधियों का संचालन स्थानीय ईको पर्यटन समिति सदस्यों के माध्यम से किया जावेगा। पर्यटकों को यहां ठहरने हेतु ईको पर्यटन विकास बोर्ड की ऑनलाईन वेबसाईट के माध्यम से बुक करना होगा।
हुआ एमओयू :
ईको पर्यटन विकास बोर्ड के समस्त ईको पर्यटन क्षेत्र मे तकनीकी सहायता, प्रशिक्षण, कौशल उन्नयन, संवहनीय प्रबंधन आधारित गंतव्य विकास, नीति निर्माण, प्रचार प्रसार एवं क्रियान्वयन मे सहयोग हेतु एडवेंचर टूर ऑपरेटर एसोसिएशनऑफ इंडिया के मध्य एमओयू भी किया गया है।
डॉ. नवीन आनंद जोशी