मध्य प्रदेश के करीब एक दर्जन जिलों में भारी बारिश आफत बनकर बरस रही है। अकेले सीधी में ही महज 24 घंटे में साढ़े छह इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। वहीं, नर्मदा और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ के कारण कई इलाकों का संपर्क टूट गया।
पिछले 24 घंटों के दौरान सीधी जिले में 167.5 मिमी यानी करीब साढ़े छह इंच बारिश दर्ज की गई है। इसी प्रकार उमरिया में 44.4 मिमी, सतना में 91.6 मिमी, खजुराहो में 42.4 मिमी, मंडला में 41.4 मिमी, नौगांव में 35.8 मिमी, रीवा में 33.6 मिमी, शिवपुरी में 64 मिमी, श्योपुर में 14 मिमी, पचमढ़ी में 28.5 मिमी, खंडवा में 19 मिमी, नर्मदापुरम में 27.6 मिमी, ग्वालियर में 26.5 मिमी, दतिया में 51.2 मिमी, भोपाल में 14 मिमी, बैतूल में 20.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
रविवार 24 अगस्त को दिन भर दतिया, बैतूल, भोपाल, गुना, ग्वालियर, इंदौर, पचमढ़ी, रतलाम, उज्जैन, शिवपुरी, खजुराहो, मंडला, नौगाँव, सागर, बालाघाट, उमरिया, सिद्धि, टीकमगढ़ आदि जिलों में कभी तेज़ तो कभी हल्की बारिश हुई।
मौसम विभाग ने सोमवार 25 अगस्त को राज्य के कई जिलों में अचानक बाढ़ आने की चेतावनी जारी की। इन जिलों में भिंड, ग्वालियर, मुरैना, शिवपुरी और श्योपुर जिले शामिल हैं। गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं, सिंगरौली, सिद्धि, रीवा, मऊगंज, सतना, पन्ना, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर, विदिशा, रायसेन, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर और दमोह जिलों में भारी बारिश का अनुमान है।
नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ने से डिंडोरी और मंडला जिलों में कई रास्ते बंद हो गए। नर्मदा का जलस्तर बढ़ने से माहिष्मती घाट पर बना छोटा पुल डूब गया। सतना में घरों में पानी घुस गया। चित्रकूट में तेज बहाव के कारण गुप्त गोदावरी गुफा को बंद करना पड़ा।
श्योपुर में कूनो नदी में बाढ़ आने से वीरपुर क्षेत्र के डिमरचा गाँव का मुख्य मार्ग बंद हो गया। राजधानी भोपाल जिले में शनिवार को शुरू हुई बारिश रविवार को भी रुक-रुक कर जारी रही। मौसम विभाग ने बताया है कि वर्तमान में पाँच मौसमी प्रणालियाँ मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित कर रही हैं। इसके चलते राज्य के सभी जिलों में बारिश हो सकती है।