सुरक्षित भविष्य के लिए वृक्षारोपण ज़रूरी: शुक्ल


स्टोरी हाइलाइट्स

सतना वन मंडल की 617 हे. भूमि में होगा वन-आच्छादन..!!

भोपाल: उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि सुरक्षित भविष्य के लिए वृक्षारोपण ज़रूरी है। पृथ्वी का असली शृंगार पेड़-पौधे हैं। आज आवश्यकता है कि संपूर्ण मानवजाति वन संरक्षण के कार्यों में आगे आए सहयोग करे। बदलते परिवेश में आगामी जलवायुवीय चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रकृति अनुरूप पौधों का रोपण कर वन संपदा का संवर्धन करना समय की मांग हैं।

उप मुख्यमंत्री शुक्ल और हार्टफुलनेस संस्थान के संस्थापक पद्म भूषण कमलेश डी पटेल (दाजी) की उपस्थिति में वन भवन में वन विभाग, वन समिति और हार्टफुलनेस संस्थान के बीच सतना वन मंडल की 617 हे. डिग्रेडेड भूमि में वन-आच्छादन के लिए एमओयू हुआ। 

उप मुख्यमंत्री ने कहा इस एमओयू से वन विभाग के अधिकारियों, वन समितियों को भी अनुभव प्राप्त होगा जाओ वनों के उत्कृष्ट प्रबंधन में सहायक होगा। डिग्रेडेड वन क्षेत्रों की पुर्नस्थापना हेतु संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के माध्यम से सीएसआर, सीईआर एवं अशासकीय निधियों के उपयोग से वृक्षारोपण योजना अन्तर्गत यह एमओयू किया गया हैं। 

विपिन कुमार पटेल, वनमण्डल अधिकारी, वनमण्डल सतना, गजेन्द्र सिंह क्षेत्रीय समन्वयक रामचन्द्र मिशन, हार्टफुलनेस इन्स्टीट्यूट और अध्यक्ष ग्राम वन समिति के बीच त्रिपक्षीय समझौता हस्ताक्षरित किया गया। सतना जिले के तीन वन परिक्षेत्र में 9 ग्राम वन समितियों के माध्यम से हार्टफुलनेस संस्था द्वारा 13 स्थलों में 617 हे. वन भूमि में वृक्षारोपण का कार्य किया जाएगा।

निगम रीवा में हस्तांतरित की गई भूमि पर वृक्षारोपण का कार्य शीघ्रता से करें पूर्ण-

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने रीवा वन मंडल में मध्यप्रदेश वन विकास निगम को वर्ष 2010 में हस्तांतरित की गई 9 हज़ार 464 हे. बंजर भूमि पर वृक्षारोपण कार्य की वृहद् समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि हस्तांतरित की गई भूमि पर पौधारोपण का शेष कार्य शीघ्रता से पूर्ण किया जाये।

अब तक 64 लाख पौधों का रोपण किया जा चुका है। उप मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि हस्तांतरित भूमि में से लगभग 4 हज़ार 500 हेक्टेयर में पौधरोपण का कार्य पूर्ण किया जा चुका हैं। वर्ष 2010 से अब तक लगभग 64 लाख पौधों का रोपण किया गया है।

वर्ष 2024 में 367 हे. क्षेत्र में 9 लाख 18 हज़ार पौधों का रोपण किया जाएगा। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख असीम श्रीवास्तव, प्रबंध संचालक राज्य वन विकास निगम विवेक जैन, संगीतकार समीर सहित वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।