भोपाल: आईएफएस अफसरों और उनके स्टॉफ का एक मानवीय चेहरा सामने आया। वन और वन प्राणियों की सुरक्षा के साथ-साथ दक्षिण पन्ना डीएफओ अनुपम शर्मा की सलाह पर पदस्थ सहायक ग्रेड-3 प्रबल प्रताप सिंह ने मानवीय संवेदनशीलता और सामाजिक जिम्मेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करते हुए 8 माह के एक गंभीर रूप से बीमार मासूम को समय पर रक्तदान कर नई जिंदगी दी।
प्रबल प्रताप सिंह को जैसे ही सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी मिली कि जिले के आदिवासी ग्राम का एक शिशु बी पॉजिटिव रक्त के लिए अत्यंत जरूरतमंद है, वे बिना कोई विलंब किए सीधे जिला अस्पताल पहुंचे और रक्तदान किया। यह उनका 41वां स्वैच्छिक रक्तदान था।
उन्होंने बताया कि यदि स्वस्थ शरीर मिला है तो जरूरतमंद व्यक्ति के लिए समय पर रक्तदान करना हम सभी का कर्तव्य है। उनके इस पुनीत कार्य में समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी एवं जिला अस्पताल टीम का भी विशेष योगदान रहा।
इस नेक पहल ने न केवल एक मासूम की जान बचाई, बल्कि समाज में रक्तदान के प्रति जागरूकता और प्रेरणा का संदेश भी दिया।