मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को झीलों और तालाबों की नगरी के रूप में जाना जाता है। यही ताल भोपाल की पहचान हैं। भोपाल की इस पहचान में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। जल्द ही भोपालवासी बड़ा तालाब में शिकारे की सवारी का आनंद ले सकेंगे। सरकार इस दिशा में काम कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही हम राजधानी की शान बड़ा तालाब में शिकारे का आनंद ले सकेंगे। कहा भी जाता है, तालों में ताल भोपाल ताल बाकी सब तलैया।
जी हां भोपाल के गौरव बड़ा तालाब में अनोखे रंग देखने को मिले। 'हर घर तिरंगा' अभियान के तहत भोपाल के बोट क्लब में तिरंगे से सजी कई छोटी-बड़ी नावें तैरती नजर आईं। वहीं सीएम भी सभी लोगों का उत्साहवर्धन करते दिखे। इस तिरंगा यात्रा में 50 से ज़्यादा नावें बड़ा तालाब की लहरों पर तिरंगे के साथ तैरती नज़र आईं। 100 से ज़्यादा वाटर स्पोर्ट्स खिलाड़ियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और विभिन्न खेल गतिविधियों के माध्यम से देशभक्ति की अद्भुत मिसाल पेश की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भोपाल को जल्द ही एक नई सौगात मिलेगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह जम्मू-कश्मीर की डल झील में शिकारे तैरते हैं, उसी तरह अब भोपाल के बड़ा तालाब में भी शिकारे चलाए जाएँगे। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार इस दिशा में काम कर रही है और जल्द ही नागरिकों के साथ-साथ पर्यटक भी यहाँ शिकारे की सवारी का आनंद ले सकेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सशक्त नेतृत्व में हमारी सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से आतंकवाद के विरुद्ध भारत की दृढ़ और कठोर नीति को दुनिया के सामने मजबूती से प्रस्तुत किया है। आज हर घर तिरंगा अभियान के तहत पूरा देश देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत है। उन्होंने सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ दीं और हर घर तिरंगा अभियान से जुड़ने का आह्वान किया।