किन्नौर में बादल फटने से भारी तबाही, कई गाड़ियां बहीं... जान बचाने के लिए जंगल की ओर भागे लोग


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स्टोरी हाइलाइट्स

लगातार बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, अब तक कुल 606 सड़कें बंद हो चुकी हैं..!!

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में बादल फटने से भारी तबाही मची है। किन्नौर ज़िले के निचार में बादल फटने से भारी तबाही मची है। भारी बारिश के बाद पहाड़ों से आए सैलाब ने सब कुछ तबाह कर दिया। कई गाड़ियाँ पानी के बहाव में बह गईं और कुछ घर क्षतिग्रस्त हो गए। लोग जान बचाने के लिए जंगल की ओर भागे। शिमला में एडवर्ड स्कूल के पास रात में भूस्खलन भी हुआ। शिमला की जीवन रेखा मानी जाने वाली सर्कुलर रोड बंद है।

भूस्खलन और भारी बारिश के कारण पिछले 22 दिनों से स्थगित वैष्णो देवी यात्रा फिर से शुरू हो गई है। माता वैष्णो देवी यात्रा गुरुवार को फिर से शुरू हो गई। यात्रा के लिए पंजीकरण भी शुरू हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि यात्रा फिर से शुरू हुई और सुचारू रूप से चल रही है।

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में गुरुवार देर रात अचानक बादल फटने से नदियाँ और जलस्रोत तेज़ी से उफान पर आ गए। बाढ़ का पानी और मलबा सड़कों और गाँवों में घुस गया। इस हादसे से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। कई वाहन पलट गए, जबकि कई मलबे में दब गए। सड़कों पर भारी मलबा जमा होने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया। प्रशासन और पुलिस की टीमें मौके पर पहुँच गईं और प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया।

इस बीच, गुरुवार 18 सितम्बर की रात करीब 1 बजे शिमला में एडवर्ड स्कूल के पास भूस्खलन हुआ। भूस्खलन से एक बहुमंजिला इमारत को खतरा पैदा हो गया। घटना के बाद, शिमला की जीवनरेखा सर्कुलर रोड पर यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। 

सुरक्षा कारणों से, शिमला के उपायुक्त ने आज और कल एडवर्ड स्कूल में अवकाश घोषित कर दिया है। कल शाम शिमला के कुमारसेनी करेवती पंचायत में भूस्खलन के कारण एक तीन मंजिला इमारत ढह गई। कांगड़ा और हमीरपुर में भी रात भर भारी बारिश हुई। लगातार बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। 

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, अब तक कुल 606 सड़कें बंद हो चुकी हैं। इनमें दो राष्ट्रीय राजमार्ग, एनएच-3 (अटारी-लेह मार्ग) और एनएच-503ए (अमृतसर-भोटा मार्ग) शामिल हैं। कुल्लू ज़िले में सबसे ज़्यादा 203 सड़कें बंद हैं, उसके बाद मंडी में 198 और शिमला में 51 सड़कें बंद हैं।

इस मानसून सीज़न में, हिमाचल प्रदेश में 1 जून से 18 सितंबर तक 1019.4 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य 698.3 मिमी है। यह सामान्य से 46% ज़्यादा बारिश है। सबसे ज़्यादा 1901.2 मिमी बारिश मंडी ज़िले में हुई है।