लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलने की नसीहत पार्टी के बड़े नेताओं को दी है। उन्होंने कहा कि भूल जाइए कि आप सीएम रहे हैं या बड़े नेता हैं, कार्यकर्ताओं के साथ बैठिए और कांग्रेस कैसे मजबूत हो, इसकी रणनीति बनाइए।
राहुल ने यह नसीहत प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक में दिए हैं। उसके बाद विधायकों और सांसदों की बैठक शुरू हो गई। राहुल ने बेहद सख्त लहजे में कहा कि हमारा फोकस संगठन को मजबूत करना और ग्रामीण इलाकों में पार्टी की पहुंच को बनाए रखना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मजबूत होगी, तो आप सबका वर्चस्व रहेगा। उनका सीधा इशारा गुटबाजी समाप्त करने की ओर था।
राहुल ने पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर सार्वजनिक बयान देने वाले नेताओं से सख्ती से निपटने को कहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ एक्शन होना चाहिए। दूसरा यह भी होना चाहिए कि बड़े नेता उन्हें तरजीह नहीं दें। उनसे दूरी बनाएं। ऐसे नेताओं को संगठन में पद तो बिल्कुल मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कई नेता दूसरे दलों के नेताओं से मिले रहते हैं। उनकी पहचान जरूरी है। हम सब उनके बारे में जानते भी हैं। इसलिए उनसे दूरी बनाई जाए। राहुल ने कहा कि इस तरह के सभी मसलों को सुलझाने के लिए एक समिति बनाई जाएगी। वह समिति सभी तरह के मसलों को देखेगी और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने वालों की सूची तैयार कर कार्रवाई होगी।
जिला कमेटी को ताकतवर बनाएंगे..
राहुल गांधी ने अपने भोपाल दौरे के दौरान सबसे पहले पीसीसी में मप्र कांग्रेस कमेटी की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक की, जिसमें राहुल ने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि, जिला कमेटी को ताकतवर बनाएंगे। जिले में संगठन पदाधिकारियों की चयन प्रक्रिया निष्पक्ष रहेगी। इस चयन प्रक्रिया में निजी हित से ज्यादा पार्टी हित सर्वोपरि होंगे।
बैठक की जानकारी देते हुए मप्र कांग्रेस मीडिया प्रभारी मुकेश नायक ने कहा कि, चुनाव के समय उम्मीदवार चयन में जिले के पदाधिकारियों की भूमिका ज्यादा होगी और जिम्मेदारी भी उनकी तय होगी। जिला, ब्लॉक, सेक्टर कमेटी, वार्ड, पंचायत कमेटी का गठन होगा, चुनाव के समय सशक्त संगठन हो, जो बीजेपी को जवाब दे सके। बैठक में सभी मप्र के वरिष्ठ नेताओं ने भी अपने सुझाव रखे। सभी ने एकजुट होने की बात कही। सूत्रो के अनुसार राहुल गांधी ने पार्टी में गुटबाजी नहीं होने की तरफ इशारा किया।