मध्य प्रदेश के भिंड जिले के मेहगांव इलाके के इमलिया स्थित सरकारी स्कूल से एक बेहद शर्मनाक और गंभीर मामला सामने आया है। यहां तैनात चपरासी कमलेश जाटव पर स्कूल में दबंगई करने और छात्राओं से काम करवाने का आरोप लगा है। यह मामला तब सामने आया जब ग्रामीणों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, चपरासी कमलेश जाटव लंबे समय से स्कूल परिसर में बालिका से झाड़ू करवा रहा था। ग्रामीणों का कहना है कि वह वाल्मीकि समुदाय की एक नाबालिग बच्ची से 300 रुपये महीने में स्कूल की सफाई करवाता था। वीडियो में बच्ची को स्कूल का कमरा साफ़ करते हुए साफ़ देखा जा सकता है, जबकि चपरासी पास में ही खड़ा दिखाई दे रहा है।
ग्रामीणों ने पूरे मामले की शिकायत खंड शिक्षा अधिकारी राजवीर शर्मा से की है। शिकायत में कहा गया है कि चपरासी खुद को स्कूल में शिक्षक बताकर बच्चों से मनमर्जी का काम करवाता है। ग्रामीणों का आरोप है कि इससे पहले भी कई बार उसने बच्चों से झाड़ू-पोछा और सफाई करवाई है, लेकिन डर और दबाव के चलते किसी ने आवाज़ नहीं उठाई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए खंड शिक्षा अधिकारी ने जाँच शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वीडियो और शिकायत की जाँच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर चपरासी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों और अभिभावकों का कहना है कि ऐसे मामलों से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है और स्कूल की छवि खराब होती है। उनका कहना है कि शिक्षा विभाग को तुरंत कार्रवाई कर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। यह मामला शिक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है कि किस तरह स्कूलों में तैनात कर्मचारियों की मनमानी बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।