MP में महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में पहुंची लाखों महिलाएं...जानें पीएम के भाषण के प्रमुख बिंदु


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स्टोरी हाइलाइट्स

महिलाएं सिंदूरी रंग की साड़ी पहनकर कार्यक्रम में शामिल हुईं..!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार 31 मई को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में हिस्सा लिया। लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम सिंदूरी रंग में रंगा नज़र आया।

महिलाएं सिंदूरी रंग की साड़ी पहनकर कार्यक्रम में शामिल हुईं। प्रधानमंत्री मोदी सुबह 9.30 बजे वायुसेना के विमान से रवाना हुए और 10.55 बजे भोपाल एयरपोर्ट पहुंचे। जहां से वे हेलीकॉप्टर से 11.20 बजे जंबूरी मैदान स्थित हेलीपैड पर उतरे। यहां से वे कार से लोकमाता देवी अहिल्या महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन स्थल पहुंचे।

देवी अहिल्या की वंदना नारी शक्ति का यशगान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित 'महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन' में आगमन पर आत्मीय स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। 

प्रधानमंत्री मोदी दोपहर 12.30 बजे तक कार्यक्रम स्थल पर रहे। महिला सशक्तिकरण सम्मेलन के मंच पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर जी का चित्र तथा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी होलकर परिवार की विशेष पगड़ी पहनाकर और धातु कला से बना पुष्पक विमान की प्रतिकृति भेंट कर पीएम मोदी का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया। 

ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री का यह पहला मध्य प्रदेश दौरा है। इस कार्यक्रम के साथ ही प्रधानमंत्री ने इंदौर मेट्रो, दतिया-सतना एयरपोर्ट का भी वर्चुअल लोकार्पण।

पीएम मोदी कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के लिए भोपाल में लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में पहुंचे।

पीएम ने भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित ‘लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन’ के अवसर पर देवी अहिल्याबाई होलकर जी की जीवनयात्रा से संबंधित चित्रों और जानकारी पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत में पीएम मोदी ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई की मूर्ति पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत कृर श्रद्धासुमन अर्पित किए।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पीएम के सम्मान में स्वागत उद्बोधन दिया।

इस मौके पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा,  सबसे पहले मैं मां भारती को, भारत की मातृशक्ति को प्रणाम करता हूं। यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें-बेटियां हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं आप सभी के दर्शन पाकर धन्य हो गया हूं।

लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर जी की 300वीं जन्मजयंती है। 140 करोड़ भारतीयों के लिए ये अवसर प्रेरणा का है। राष्ट्र निर्माण के लिए हो रहे भगीरथ प्रयासों में अपना योगदान देने का है।

पीएम मोदी ने कहा, मध्य प्रदेश के भोपाल में आज लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर के 300वें जयंती समारोह का हिस्सा बनना मेरे लिए परम सौभाग्य की बात है।

पीएम ने कहा, लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर...ये नाम सुनते ही मन में श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है। उनके महान व्यक्तित्व का देवी अहिल्याबाई प्रतीक हैं कि जब इच्छाशक्ति होती है, दृढ़ प्रतिज्ञा होती है तो परिस्थितियां कितनी ही विपरीत क्यों ना हों, परिणाम लाकर दिखाया जा सकता है।

250-300 साल पहले जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, उस समय ऐसा महान कार्य करना कि आने वाली कई पीढ़ियां उसके बारे में बात करें, यह कहना आसान है, लेकिन करना आसान नहीं है।
पीएम मोदी ने कहा, देवी अहिल्याबाई... भारत की विरासत की बहुत बड़ी संरक्षक थीं।  

जब देश की संस्कृति हमारे मंदिरों, हमारे तीर्थ स्थलों पर हमले हो रहे थे, तब लोकमाता ने उन्हें संरक्षित करने का बीड़ा उठाया। उन्होंने काशी विश्वनाथ सहित पूरे देश में हमारे अनेकों मंदिरों का, हमारे तीर्थों का पुनर्निर्माण किया।

माता अहिल्याबाई... राष्ट्र निर्माण में हमारी नारीशक्ति के अमूल्य योगदान का प्रतीक हैं। हमारी सरकार, वोमेन-लेड-डेव्लपमेंट के विजन को विकास की धुरी बना रही है। सरकार की हर योजना के केंद्र में माताएं, बहन, बेटियां हैं।

नमो ड्रोन दीदी अभियान से गांव की बहनों का हौसला बढ़ रहा है, उनकी कमाई बढ़ रही है। आज जितने भी हमारे बड़े  स्पेश मिशन हैं, उनमें बड़ी संख्या में महिला वैज्ञानिक काम कर रही हैं। चंद्रयान 3 मिशन में 100 से अधिक महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर शामिल थीं।

पीएम ने आगे कहा ऑपरेशन सिंदूर हमारी नारीशक्ति के सामर्थ्य का भी प्रतीक बना है। स्कूल से लेकर युद्ध के मैदान तक...आज देश अपनी बेटियों के शौर्य पर अभूतपूर्व भरोसा कर रहा है। नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन हों या फिर सीमापार का आतंक हो। आज हमारी बेटियां भारत की सुरक्षा की ढाल बन रही हैं।

मोदी ने कहा- पहलगाम में आतंकियों ने भारत की नारी शक्ति को चुनौती दी है। यह चुनौती आतंकियों और उनके आकाओं के लिए काल बन गई है। ऑपरेशन सिंदूर भारत के इतिहास का सबसे बड़ा और सफल ऑपरेशन है।

भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा में सैकड़ों किमी घुसकर आतंकियों को मिट्टी में मिला दिया है। अब पाकिस्तान का प्रॉक्सी वार नहीं चलेगा। जो आतंकियों को मदद करेगा, उसको भी इसकी भारी कीमत चुकाना पड़ेगी।

अब भारत का एक-एक नागरिक कह रहा है कि अगर तुम गोली चलाओगे, तो मानकर चलो गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा। ऑपरेशन सिंदूर हमारी नारी शक्ति के सामर्थ्य का भी प्रतीक है।
पीएम ने कहा, देवी अहिल्याबाई कहती थीं कि शासन का सही अर्थ लोगों की सेवा करना और उनके जीवन को बेहतर बनाना है। ये कार्यक्रम उनके विचार को आगे बढ़ाता है। आज इंदौर मेट्रो शुरू हो गई है, दतिया और सतना भी अब हवाई सेवा से जुड़ गए हैं।

ये सभी परियोजनाएं मध्य प्रदेश में सुविधाओं को बढ़ाएंगी। इससे विकास को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अनेक नए अवसर पैदा होंगे। आज इस पावन दिवस पर मैं इन सभी कार्यों के लिए पूरे मध्य प्रदेश को बधाई देता हूं।

लोकमाता अहिल्याबाई ने कभी भी भगवान की सेवा और लोगों की सेवा को अलग-अलग नहीं माना। कहा जाता है कि वे हमेशा अपने साथ एक शिवलिंग रखती थीं। उस चुनौतीपूर्ण समय में उन्होंने कांटों के ताज की तरह राज्य का नेतृत्व किया, लेकिन लोकमाता अहिल्याबाई ने अपने राज्य की समृद्धि को एक नई दिशा दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री चैतन्य कुमार कश्यप और मोहन कैबिनेट की सभी महिला मंत्री मंच पर मौजूद रहीं।

इसके अलावा भोपाल की महापौर मालती राय पीएम के साथ मंच पर बैठीं। इसी तरह इंदौर में कार्यक्रम स्थल पर कैलाश विजयवर्गीय, उज्जैन में तुलसी सिलावट और गौतम टेटवाल, सतना में दिलीप जायसवाल और दतिया में एदल सिंह कंषाना मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन महिला मंत्री कृष्णा गौर ने किया।

देवी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री ने उनकी याद में देश का पहला 300 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया। 35 ग्राम वजन वाले इस सिक्के में 50 प्रतिशत चांदी है। एक तरफ अहिल्याबाई की तस्वीर है। देश-दुनिया में जारी होने वाला यह पहला ऐसा सिक्का है, जिसकी कीमत 300 रुपये है।

सम्मेलन में इंदौर मेट्रो के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर पर वर्चुअली यात्री सेवा शुरू की गई। करीब छह किलोमीटर का यह हिस्सा येलो लाइन का सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर है। इसके साथ ही दतिया और सतना एयरपोर्ट का भी वर्चुअली उद्घाटन किया गया।