भोपाल: गुजरात के जामनगर में स्थित अम्बानी परिवार के निजी केंद्र वनतारा से मप्र अभी वन्यप्राणी नहीं ले पायेगा क्योंकि वनतारा वर्तमान में एक रेस्क्यु सेंटर है तथा उसे चिडिय़ाघर यानि जू का दर्जा नहीं मिला है।
केंद्र सरकार इसे जू का दर्जा देने की कार्यवाही कर रही है। यह बात मप्र से वनतारा के भ्रमण पर पिछले दिनों गये भारतीय वन सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को वहां के प्रबंधन ने बताई है। जू का दर्जा मिलने पर वन्यप्राणियों का आदान प्रदान हो सकेगा।
गिर के शेर भी देखे :
आईएफएस अधिकारियों ने वनतारा के बाद जूनागढ़ में स्थित गिर राष्ट्रीय उद्यान का भी भ्रमण किया तथा वहां एशियन लॉयन देखे। हांलाकि बारिश के कारण भ्रमण कठिन था, परन्तु गुजरात के वन्य अफसरों ने समुचित प्रबंधन कर भ्रमण सम्पन्न कराया। यहां से शेरों के अन्य स्थानों के लिये नहीं दिया जाता है बल्कि जूनागढ़ में ही स्थित सक्करबाग चिडिय़ाघर से एशियाई शेर अन्य राज्यों के जू के लिये दिये जाते हैं।