राजधानी भोपाल से BRTS कॉरिडोर को हटाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में भोपाल के डेवलपमेंट को लेकर हुई हाईलेवल मीटिंग में मंगलवार को यह निर्णय लिया गया था। बीआरटीएस कॉरिडोर पर 13 साल पहले 360 करोड़ रुपए खर्च हुए थे।
अब बीजेपी नेत्री उमा भारती ने इस फैसले का स्वागत किया है। साथ ही इनके बनाये जाने की मंशा पर भी उमा भारती ने सवाल खड़े करते हुए जांच की मांग की है। उमा भारती ने X पर लिखा-मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जी की सरकार के द्वारा बीआरटीएस कॉरिडोर हटाने का फ़ैसला व्यवहारिक एवं प्रशंसनीय है। ये बनाये ही क्यूँ गए इसकी जाँच होनी चाहिए क्यूँकि ऐसी ग़लतियाँ सरकार के सेकड़ों करोड़ों का नाश लगा देती हैं।
साथ ही राज्यसभा से कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने भी सीएम यादव के इस फैसले को सराहनीय बताया है। उन्होंने लिखा -बधाई @DrMohanYadav51 जी एक बहुत प्रतीक्षित निर्णय के लिए। बस एक टाइम बाउंड इन्क्वारी की ज़रूरत है। किन नौकरशाह के शौक़ ने यह जन असुविधा रची। और किसको फ़ायदा पहुँचने के लिये करोड़ों में पब्लिक फंड्स का वैस्टेज। आप से उम्मीद है की आप जाँच के आदेश ज़रूर देगें।
विवेक तन्खा की पोस्ट को शेयर करते हुए बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर ही सवाल खड़े कर दे हैं। उन्होंने लिखा है, कि आदरणीय विवेक तनखा जी कमलनाथ जी के ख़िलाफ़ बोलने की इतनी ताक़त कांग्रेस में सिर्फ़ आपके पास ही है। तत्कालीन केंद्रीय शहरी विकास मंत्री रहते हुए श्री कमलनाथ जी ने BRTS कॉरिडोर की योजना को लागू किया था । मुझे पूरी उम्मीद है आप क़ानूनी लड़ाई लड़कर कमलनाथ जी के विरुद्ध कार्यवाही करायेंगे। इंदौर भोपाल के साथ साथ यह महापाप पूरे भारत के अनेक शहरों में तत्कालीन कांग्रेस की सरकार ने किया था।
आपको बता दें हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में भोपाल शहर में बीआरटीएस के अलग-अलग हिस्सों को चरणबद्ध रूप से हटाने एवं सड़क के समतलीकरण एवं सुगम यातायात के अनुकूल मार्ग के विकास के कार्यों की योजना पर भी बातचीत हुई। बैठक के साथ ही लोक निर्माण विभाग के लेक कॉरीडोर के प्रस्ताव पर भी प्रस्तुतिकरण एवं चर्चा हुई। बीआरटीएस हाटए जाने के निर्णय से व्यस्त मार्गों पर यातायात का दबाव कम हो सकेगा। स्थानीय परिवहन व्यवस्था को अधिक सुविधाजनक बनाया जा सकेगा। बीआरटीएस के स्थान पर सेंट्रल रोड डिवाइडर बनाया जाएगा।