एमपी ट्रैवल मार्ट में हुई बी2बी बैठकें, पर्यटन निवेश और सहयोग के अवसरों में होगी वृद्धि


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स्टोरी हाइलाइट्स

एमपीटीएम के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय खरीदारों तक पहुँचा म.प्र. पर्यटन का आकर्षण..!!

मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट 2025 के दूसरे दिन रविवार को एमवीएम ग्राउंड्स में बिजनेस-टू-बिजनेस (बी2बी) बैठकों का आयोजन हुआ। इसमें विभिन्न सत्रों में देश-विदेश के पर्यटन निवेशकों, टूर ऑपरेटरों, होटल प्रतिनिधियों और ट्रैवल एजेंसियों के बीच गहन संवाद हुआ। इन बैठकों का उद्देश्य पर्यटन क्षेत्र में नई साझेदारियों को बढ़ावा देना और मध्यप्रदेश के विविध पर्यटन स्थलों, उत्पादों एवं कला को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करना था।

बी2बी में लगभग 4,000 से अधिक बैठकें हुईं। 121 सेलर्स स्टॉल स्थापित किए गए, जिनमें मध्यप्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्सों के होटल समूह, रिजॉर्ट, टूर एजेंसियाँ और ट्रैवल कंपनियों ने सहभागिता की। बी2बी सत्रों में 87 अंतर्रार्ष्टीय टूर ऑपरेटर, ट्रैवल मीडिया प्रतिनिधि और इन्फ्लुएंसर्स ने सहभागिता की।

बैठकों को ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किए जाने की व्यवस्था भी की गई, जिसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय बायर्स को मध्यप्रदेश में उपलब्ध पर्यटन संभावनाओं, निवेश अवसरों और नवीन परियोजनाओं की सीधी जानकारी उपलब्ध कराना था। इससे राज्य की पर्यटन क्षमता का प्रसार उन बाजारों तक हुआ, जिससे मध्यप्रदेश की वैश्विक स्तर पर पहुँच सशक्त हुई।

बी2बी सत्रों में मध्यप्रदेश के प्रतिष्ठित होटल समूह — ताज, हयात, मैरियट और चंदेला ने अपनी सेवाएँ प्रस्तुत कीं। जंगल कैंप इंडिया, सिंगी नावा, तथास्तु रिजॉर्ट्स और बाघ विलास जैसे प्रमुख रिजॉर्ट्स ने भी सहभागिता की। ग्रामीण पर्यटन के होमस्टे संचालकों ने भी अपनी सेवाओं की जानकारी दी। प्रदेश में होमस्टे के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन-आधारित रोजगार में निरंतर वृद्धि हो रही है।

नवाचार के तहत वीआर (Virtual Reality), “आंखों देखी” और मंदिरों के लाइव दर्शन सेवाओं जैसी अत्याधुनिक तकनीकें भी प्रस्तुत की गईं। वेलनेस कंपनियों, हेरिटेज होटल्स, जहानुमा, अमर महल, ओरछा और मध्यप्रदेश के हस्तशिल्प उत्पादकों जैसे चंदेरी वीविंग तथा जरी-जरदोजी इकाइयों ने भी अपने उत्पाद प्रदर्शित किए।