मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि देश का उदर-पोषण करने वाले अन्नदाताओं की खुशहाली में ही हम सबकी खुशहाली है। अन्नदाताओं की आर्थिक मजबूती ही देश और प्रदेश के विकास और समृद्धि का आधार है। हमारी सरकार ने किसानों के सभी हितों का विशेष ध्यान रखा है। हमारी विकास नीतियों के मूल में किसान ही हैं। गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी कल्याण के लिए हम मिशन मोड में आगे बढ़ रहे हैं।
किसानों को उनके हर वाजिब हक के साथ-साथ हमारी सरकार किसान सम्मान निधि भी दे रही है। यह निधि किसानों के प्रति हमारे सम्मान की अभिव्यक्ति है। किसानों के कल्याण और इनकी समृद्धि के लिए हमारी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। सीएम डॉ. यादव बुधवार को बालाघाट जिले के कटंगी तहसील मुख्यालय में राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
सीएम डॉ. यादव ने प्रदेश के 6 लाख 69 हजार 272 धान उत्पादक किसानों के खाते में 337 करोड़ 12 लाख रुपये की प्रोत्साहन (बोनस) राशि सिंगल क्लिक से उनके बैंक खातों में अंतरित की। ज्ञात हो कि सीएम डॉ. यादव ने पूर्व में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जित करने वाले किसानों को प्रति हेक्टेयर 4 हजार अधिकतम 10 हजार रूपये की बोनस राशि देने की घोषणा की थी।

सीएम डॉ. यादव ने बालाघाट जिले में करीब 245 करोड़ रुपये की लागत वाले 78 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन भी किया। इसमें 39 करोड़ रूपए लागत से बालाघाट में सरेखा आर.ओ.बी. एवं परसवाड़ा में 31 करोड़ रूपए की लागत से नवनिर्मित सांदीपनि विद्यालय भवन का लोकार्पण भी शामिल है।
कार्यक्रम में सीएम डॉ. यादव ने बालाघाट जिले के नक्सल प्रभावित ग्रामों के 850 युवाओं को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए। इन सभी युवाओं को गृह विभाग के विशेष सहयोगी दस्ते में नियुक्ति दी गई है। सीएम डॉ. यादव ने बालाघाट जिले में हुए रोजगार महोत्सव के जरिए चुने गए 3700 से अधिक युवाओं को प्रतिष्ठित निजी कंपनियों में नियुक्ति पत्र भी दिए। इन चयनितों में लगभग 1000 युवतियां भी शामिल हैं, जिन्हें बेंगलुरु की निजी कंपनियों में नियुक्ति दी जा रही है।
किसानों को कोई तकलीफ नहीं होने देंगे
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि यह सम्मेलन न केवल किसानों की समृद्धि, बल्कि युवाओं के लिए भी नए अवसरों से भरपूर है। किसान और युवा विकास के सेतु की तरह हैं। प्रदेश के समग्र विकास के लिए हमारी सरकार इन दोनों के परिश्रम और असीम ऊर्जा को नई दिशा देगी। सीएम डॉ. यादव ने कहा कि किसानों के आशीर्वाद से ही किसान का बेटा आज सीएम है। किसानों को कोई तकलीफ नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि गेहूं और सोयाबीन पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की अतिरिक्त बोनस राशि भी दी जाएगी। कार्यक्रम के दौरान सीएम डॉ. यादव को बालाघाट जिले के जीआई टैग प्राप्त चिन्नौर का चावल और जैविक गुड़ भेंट किया गया।
सीएम ने दी अनेक सौगातें
किसान सम्मेलन में सीएम डॉ. यादव ने घोषणा की कि कटंगी में नया सामुदायिक अस्पताल बनाया जाएगा। हाईस्कूल को हायर सेकेंड्री स्कूल में प्रोन्नत किया जाएगा। कटंगी से सिवनी राजमार्ग पर नया सेतु बनाया जाएगा। उन्होंने क्षेत्र के किसानों की बड़ी समस्या का निदान करते हुए कहा कि पेंच नेशनल पार्क की परिधि क्षेत्र से लगे खेतों की फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए चारों ओर सोलर फेंसिंग कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि राजीव सागर सिंचाई परियोजना से नहलेसरा बांध को इंटरलिंक कराने के लिए परीक्षण कराकर कार्ययोजना तैयार कराई जाएगी। सीएम डॉ. यादव ने जंगली जानवरों के हमले में जान गंवाने वाले क्षेत्र के 5 मृतकों स्व. सुखराम, स्व. प्रकाश, स्व. अनिल, स्व. मंगरू एवं स्व. सेवकराम के परिजनों को मुआवजे की शेष राशि के रूप में 17-17 लाख रूपए देने की घोषणा की। इन सभी मृतकों के परिजन को 25-25 लाख रुपए मुआवजा मिलना था इसमें से 8-8 लाख रूपए परिजनों को पहले ही दिए जा चुके हैं।
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि मां चंद्रघंटा के साथ ज्वाला मैया का आशीर्वाद भी कटंगी में मिला है। बालाघाट ने विकास का लंबा रास्ता तय किया है और आज विकास की अहम धुरी बन चुका है। यहां के किसानों और जवानों ने अपने परिश्रम से क्षेत्र का माहौल ही बदल दिया है। यहां के जीआई टैग वाले चिन्नौर के चावल की खुशबू दूर-दूर तक फैली हुई है।
उन्होंने कहा कि रोजगार के अभाव में बालाघाट के कुछ युवा पथ भ्रमित हो गए थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सल उन्मूलन के लिए 31 मार्च 2026 की तारीख तय कर दी है। उन्होंने कहा कि आज बालाघाट के 850 जवानों को नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं। अब यहीं के युवा यहीं पर प्रशिक्षण लेकर अपने गांव, कस्बे, जल, जंगल, जमीन और वन्य प्राणियों की रक्षा करेंगे।
सीएम ने कहा कि हमारी सरकार अपने सभी संकल्पों को पूरा करते हुए तेजी से आगे बढ़ रही है। किसानों को सम्मान निधि के साथ-साथ प्रोत्साहन राशि का लाभ मिल रहा है। राज्य सरकार ने लाड़ली बहनों से किया वादा भी निभाया है। रक्षाबंधन पर उन्हें 1500 रुपए दिए, अब दीपावली की भाईदूज से हर माह 1500 रुपए देंगे। हम धीरे-धीरे यह राशि बढ़ाकर 3000 रुपए कर देंगे।
गौमाता को संरक्षण और सम्मान
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने गौमाता को संरक्षण देने के लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना शुरू की है। किसान भाई अधिक से अधिक गाय पालकर दुग्ध उत्पादन करें और अपनी आय बढ़ाएं। किसान भाई गौपालन के साथ-साथ प्राकृतिक खेती से जुड़ें। उन्होंने कहा कि जिसके घर गाय वो गोपाल, 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास गौमाता में होता है। कोई भी गौमाता को परेशान करेगा, उसे समाज में रहने की कोई जगह नहीं है। हमारी सरकार ने गौशालाओं के अनुदान की राशि बढ़ाई है। प्रदेश में बड़ी-बड़ी गौशालाएं खोली जा रही हैं।

सीएम डॉ. यादव ने कहा कि दीपावली से पहले ही किसानों को धान के बोनस के रूप में तोहफा मिला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जीएसटी की दरों में छूट देकर देशवासियों को दीपावली का बचत गिफ्ट दिया है। हम स्वदेशी उत्पादों और स्वदेशी वस्तुओं का अधिक से अधिक उपयोग करें और इस स्वदेशी भाव को आगे बढ़ाकर अपने देश को सशक्त और समृद्ध बनाएं। कार्यक्रम में सीएम डॉ. यादव ने विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं में हितलाभ वितरित किये।
स्कूल शिक्षा, परिवहन एवं बालाघाट जिले के प्रभारी मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि सीएम डॉ. यादव प्रदेश के किसानों और युवाओं सहित सभी की चिंता करते हैं। वे बालाघाट के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे धान के अलावा अन्य फसलें भी लगाएं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती में अधिक लाभ है। उन्होंने किसानों से खेती में फसल चक्रण को अपनाने की अपील की।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उइके ने भी किसान सम्मेलन को स्थानीय भाषा में संबोधित किया। उन्होंने किसानों से कहा कि सीएम दीपावली की सौगात लेकर आपके बीच आए हैं। साथ ही युवाओं के लिए भी रोजगार लेकर आए हैं। हमारी सरकार समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए प्राण-प्रण से जुटी है।
कटंगी विधायक गौरव सिंह पारधी ने कहा कि सीएम डॉ. यादव प्रदेश में औद्योगिक विकास के साथ कृषि विकास एवं कृषि आधारित उद्योग विकसित करने पर भी विशेष प्रोत्साहन प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने बालाघाट के कटंगी में विकास की गंगा बहाई है। अपना वादा निभाने के लिए वे एक बार फिर बालाघाट आए हैं।
उन्होंने सीएम से आग्रह किया कि कटंगी विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई का रकबा बढ़ाने के लिए राजीव सागर और नहलेसरा बांध को इंटरलिंक किया जाए। जंगल और खेतों के बीच सोलर फेंसिंग कराई जाए। उन्होंने बालाघाट जिले को बुधवार को मिले करीब 245 करोड़ की लागत के विकास कार्यों की सिलसिलेवार जानकारी दी।
सीएम ने चलाया पेडी ट्रांसप्लांटर
सीएम डॉ. यादव ने कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई विकास प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने कृषि नवाचार को बढ़ावा देने वाले पेडी ट्रांसप्लांटर की खूबियों को जाना और उसे चलाकर भी देखा। प्रदर्शनी में स्व-सहायता समूह की लखपति बहनों ने तुअर दाल बनाने की प्रक्रिया का प्रदर्शन किया, जिसे देखकर सीएम डॉ. यादव ने समूह की महिलाओं द्वारा किये गये कार्य की सराहना की और उन्हें प्रोत्साहित किया।

सीएम डॉ. यादव ने प्रदर्शनी में लगी जीएसटी महाबचत उत्सव स्टॉल का अवलोकन कर कहा कि किसानों के साथ आमजन के जीवन में बचत का एक नया अध्याय शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि जीएसटी महाबचत उत्सव को अधिक से अधिक प्रचारित कर आमजन तक इसका संदेश पहुंचाया जाये।
धान का कटोरा है बालाघाट - आकर्षण का केन्द्र बनी प्रदर्शनी
सीएम कृषि उन्नति योजना के अंतर्गत धान प्रोत्साहन (बोनस) राशि वितरण कार्यक्रम में कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन एवं मत्स्योत्पादन विभाग सहित ग्रामीण आजीविका विकास मिशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की गई भव्य प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केन्द्र रही। बालाघाट जिले को मध्यप्रदेश का ‘धान का कटोरा’ कहा जाता है, क्योंकि यहां 1.5 लाख हेक्टेयर से भी अधिक रकबे में धान की खेती होती है और हर सीजन में समर्थन मूल्य पर करीब 5 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान यहां से खरीदी जाती है।
इस संयुक्त प्रदर्शनी में उन्नत कृषि यंत्र जैसे – ड्रोन, सुपर सीडर, हैप्पी सीडर, रीपर, बेलर एवं लेजर लैंड लेवलर का प्रदर्शन किया गया। साथ ही नैनो यूरिया और नैनो डीएपी जैसी नई तकनीक, प्राकृतिक खेती, श्रीअन्न (मिलेट्स) आधारित उत्पाद, मत्स्य पालन के नवाचार और बालाघाट जिले में डेयरी विकास की संभावनाएं भी रोचक तरीके से प्रदर्शित की गईं। प्रदर्शनी में ग्रामीण आजीविका विकास मिशन से जुड़े महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पादों का भी प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम में बालाघाट सांसद भारती पारधी, लांजी विधायक राजकुमार कर्राहे, पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन, पूर्व मंत्री लोचनलाल ठाकरे, कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त प्रदीप जायसवाल, म.प्र. पिछड़ा वर्ग आयोग की सदस्य सुमौसम बिसेन, पूर्व राज्यमंत्री रामकिशोर कांवरे सहित जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में किसान बंधु, युवा और नागरिक उपस्थित थे।