मध्य प्रदेश वन विभाग में सोमवार, 11 नवंबर को बड़ा फेरबदल किया गया। राज्य सरकार ने राज्य वन सेवा के तीन अधिकारियों के साथ चार आईएफएस अधिकारियों का भी तबादला कर दिया। तबादले के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
बालाघाट से कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाने वाली डीएफओ नेहा श्रीवास्तव को अब हटा दिया गया है। बिना पोस्टमार्टम कराए बाघ के शव को जलाने की घटना के बाद प्रकाश में आए नेहा श्रीवास्तव के पति आधार गुप्ता का भी तबादला कर दिया गया है। बालाघाट (उत्तर) की डीएफओ नेहा श्रीवास्तव ने कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। हालांकि, जांच समिति ने नेहा के आरोपों को झूठा पाया।
अब उनका तबादला मध्य प्रदेश राज्य लघु वन अधिकारी संघ में (प्रतिनियुक्ति पर) कर दिया गया है। गौरतलब है कि आरोपों के झूठे पाए जाने के बाद उनका तबादला किया गया है। बालाघाट (दक्षिण) में पदस्थ भारतीय वन सेवा (आईएफएस) अधिकारी आधार गुप्ता का भी इस सूची में नाम शामिल है। वह कुछ महीने पहले एक बाघ की संदिग्ध मौत के मामले में सुर्खियों में आए थे।
वन अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर एक बाघ के शव को जलाने के मामले ने पूरे विभाग को विवादों में डाल दिया था। गौरतलब है कि आधार का तबादला मुख्य वन अधिकारी, भोपाल के कार्यालय में कर दिया गया है।
विपक्ष नेता उमंग सिंघार ने पूरे मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उनके अनुसार, विभाग में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
इन अधिकारियों के नाम भी सूची में शामिल हैं।
• निथ्यानंतम एल. को साउथ बालाघाट का डीएफओ नियुक्त किया गया है।
• मुरैना डीएफओ सुजीत जे. पाटिल को भी भोपाल मुख्यालय में पदस्थ किया गया है।
• पन्ना टाइगर रिजर्व के असिस्टेंट डायरेक्टर माधव सिंह मौर्य को मंडला का प्रभारी डीएफओ बनाया गया है।
• हरिश्चंद्र बघेल को राज्य वन विकास निगम से मुरैना का प्रभारी डीएफओ बनाया गया है।
• रमेश सिंह धुर्वे को नीमच से उत्तर बालाघाट का प्रभारी डीएफओ नियुक्त किया गया है।
गणेश पाण्डेय