धार वन मंडल में टेंडर में गड़बड़ी कर चहेती फर्म से अधिक की कीमत पर हुई सामग्रियों की खरीदी!


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स्टोरी हाइलाइट्स

पांचों सामग्रियों इस सप्लाई का ठेका एक सीनियर अफसर के चहेती फर्म को दिया, दिलचस्प पहलू है कि यही फर्म इंदौर और देवास में भी सप्लाई कर रही हैं जिनके दामों में काफी अंतर है, यानी यही प्रदाता फर्म धार में वायरवेट वायर की कीमत जहां ₹90 से अधिक की है वही देवास और इंदौर में 70 से लेकर 72 रुपए कोड की है..!!

भोपाल: इंदौर सर्किल के धार वन मंडल में वायरबेड, चैन लिंक, सोलर और बायोमास चूल्हा की खरीदी के लिए टेंडर हुए जिसमें गड़बड़ियां स्पष्ट पाई गई किंतु सीनियर अधिकारियों ने उसकी लीपा पोती भी कर दी। यह पांचों सामग्रियों इस सप्लाई का ठेका एक सीनियर अफसर के चहेती  फर्म को दिया। दिलचस्प पहलू है कि यही फर्म इंदौर और देवास में भी सप्लाई कर रही हैं जिनके दामों में काफी अंतर है। यानी यही प्रदाता फर्म धार में वायरवेट वायर की कीमत जहां ₹90 से अधिक की है वही देवास और इंदौर में 70 से लेकर 72 रुपए कोड की है। इसी प्रकार उसी क्वालिटी के बायोमास स्टोव मार्केट में ₹1900 में मिल रही है उसे धार डीएफओ ने ₹2300 से अधिक कीमत पर खरीदी है। आखिर इन सबकी जांच क्यों नहीं हो रही है यह शोध का विषय है!

धार वन मंडल में पांच सामग्रियों की एक साथ खरीदी के लिए किए गए एक साथ टेंडर की टेक्निकल गड़बड़ियों को लेकर स्थानीय कंपीटीटर्स हितेंद्र भावसार ने अपर मुख्य सचिव वन अशोक वर्णवाल, सेवानिवृत्त हुए  वन बल प्रमुख असीम श्रीवास्तव, पीसीसीएफ विकास, पीसीसीएफ विजिलेंस आज सभी को की किन्तु किसी भी जांच करने की जमात नहीं उठाई। अलबत्ता अपर मुख्य सचिव वन वर्णवाल शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सीनियर अफसर को जांच के मौखिक निर्देश दिए थे। मुख्यालय के अफसरों ने उसे सिगरेट की धुएं में उड़ा दिया। सूत्रों ने बताया कि इंदौर और देवास की तुलना में इस फॉर्म में 23 प्रतिशत से लेकर 40% अधिक कीमत पर सामग्रियां सप्लाई की। अकेले उसी क्वालिटी की बायोमास स्टोव की खरीदी में बाजार दर से अधिक में खरीदी की जिससे वन विभाग को 7. 5000 लाख अधिक का अधिक भुगतान करना पड़ सकता है। अब सवाल यह उठ रहा है कि अधिक प्राप्त राशि किस-किस के बीच बंटी। क्या इसकी जांच होगी।

विकास पीसीसीएफ के लिए चुनौती

हालांकि अभी तक इन सामग्रियों के भुगतान नहीं हो पाए हैं। यह बात अलग है की गड़बड़ियों के चलते हार्ड डीएफओ अशोक सोलंकी को वहां से विदा कर दिया गया है और उनकी जगह पर तेज तर्रार और बेदाग छवि के अवसर डीएफओ विजयानंथम की धार वन मंडल में पोस्टिंग की गई है। डीएफओ विजयानंथम ने भरोसा दिलाया है कि शिकायतों पर गंभीरता से विचार कर ही एक्शन लेंगे।