बिना मास्क बसों में रोजाना घूम रहे हजारों यात्री


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स्टोरी हाइलाइट्स

परिवहन मंत्री की तीन दिन पहले की चेतावनी भूले चालक-परिचालक

कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है। डेली संक्रमित मरीजों का ग्राफ ऊपर चढ़ रहा है। इसके साथ लोगों की लापरवाही भी बढ़ रही है। इसका सबसे जीता-जागता उदाहरण बसों में बिना • मास्क रोजाना यात्रा कर रहे हजारों लोगों को देखा जा सकता है। इसमें बसों के कंडक्टर और ड्राइवर भी पीछे नहीं हैं। जबकि तीन दिन पहले ही परिवहन मंत्री ने इन्हें मास्क के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए चेतावनी भी दी थी।

ज्ञात होकि परिवहन मंत्री राजपूत ने आइएसबीटी पर मंगलवार को बसों के चालक, परिचालकों व यात्रियों को निःशुल्क मास्क लगाकर चालक व परिचालकों को मास्क अनिवार्य लगाने को कहकर उल्लंघन की सूरत में सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी। लेकिन आइएसबीटी से होशंगाबाद, इटारसी, बैतूल, सागर सहित अन्य मार्गों पर चलने • वाली निजी बसों के चालक व परिचालक बिना मास्क के देखे जा सकते हैं। आइएसबीटी, नादरा, हलालपुर व पुतलीघर से 740 बसों का संचालन होता है। शहर भर में 196 सिटी बसों का संचालन होता है। इनमें रोजाना 40 हजार यात्री सफर करते हैं। हालांकि कोरोना के कारण सवारियां पचास फीसद तक घटी हैं। अधिकतर चालक, परिचालक व यात्रियों के मुंह के नीचे मास्क लटका रहता है। बिना मास्क वालों में बसों के चालक, परिचालक भी पीछे नहीं हैं।

जिम्मेदार नहीं कर रहे कार्रवाई

आइएसबीटी पर बिना मास्क वालों पर न नगर निगम अधिकारी चलानी कार्रवाई करते और न ट्रैफिक पुलिस के जवान। आरटीओ के उड़न दस्ते ने भी कार्रवाई शुरू नहीं की है। वहीं, आरटीओ संजय तिवारी ने इस संबंध में बताया कि बस स्टैंडों का निरीक्षण करके मास्क न लगने वालों पर कार्रवाई करेंगे।

सिटी बसें

शहर में चलने वाली 196 सिटी बसों के भी यही हाल हैं। इनके चालक, परिचालक व कई यात्री मास्क नहीं लगाते। सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन न करते हुए भी आइएसबीटी में न चालक व परिचालक और न ही यात्री दिखे।