महाकालेश्वर मंदिर के बाहर क्यों भाग रहे हैं शिव भक्त? कलेक्टर ने कहा कि जल्द ही समस्या का होगा समाधान


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स्टोरी हाइलाइट्स

चिलचिलाती गर्मी में भक्तों को महाकालेश्वर मंदिर के बाहर जलती हुई सड़क पर नंगे पैर चलना पड़ रहा है..!!

शिव भक्तों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के बाहर दौड़ लगानी पड़ती है। दरअसल, भीषण गर्मी के कारण सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक महाकालेश्वर मंदिर के आसपास की सड़कें गर्म हो जाती हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं को नंगे पैर चलने में काफी दिक्कत हो रही है।

श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर पर भारी भरकम रकम खर्च की है। महाकाल लोक निर्माण और दूसरे चरण के काम पर 700 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हुए, लेकिन भीषण गर्मी के कारण भक्तों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

महाकालेश्वर मंदिर में जूता स्टैंड और मंदिर के बीच की दूरी तय करने में श्रद्धालुओं को काफी मुश्किल साबित हो रहा है। इस कारण दोपहर के समय श्रद्धालुओं की संख्या में काफी कमी आ जाती है। मंदिर समिति ने सड़क पर कुछ स्थानों पर चटाई भी बिछाई है, लेकिन यह नाकाफी है।

श्रद्धालुओं का कहना है, कि भीषण गर्मी में मंदिर के आसपास घूमना बहुत मुश्किल हो रहा है। आगन्तुकों का कहना है, कि मंदिर समिति को इस पर ध्यान देना चाहिए। श्रद्धालु सड़क पर नंगे पैर नहीं चल सकते। सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों और बुजुर्गों को हो रही है।

उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि मंदिर समिति ने पैरों को गर्मी से बचाने के लिए मंदिर परिसर और कई अन्य स्थानों पर टेंट और चेकरबोर्ड लगाए हैं। जहां श्रद्धालुओं को अधिक परेशानी हो रही है, वहां मंदिर समिति की ओर से पर्याप्त व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में गर्मी से जूझ रहे श्रद्धालुओं के लिए कई स्थानों पर शीतल जल की भी व्यवस्था की गयी है। मंदिर में 10 बिस्तरों वाला अस्पताल भी शुरू किया गया है।