भोपाल: मप्र शासन के मुख्य सचिव अनुराग जैन ने एक समीक्षा बैठक में निर्देश दिये कि एनीमिया के रोकथाम हेतु पूरे प्रदेश में जागरुकता अभियान चलाया जाये। दरअसल बैठक में बताया गया था कि एसआरएस 2021 के सर्वे के अनुसार, मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर में मप्र सबसे निचले पायदान पर है जिसका मुख्य कारण एनीमिया है। 54 प्रतिशत किशोरियां एनीमिया से प्रभावित हैं।
इसीलिये मुख्य सचिव इसकी रोकथाम के निर्देश दिये हैं क्योंकि जब कोई महिला 21 साल की उम्र में गर्भवती होती है, तब तक एनीमिया इतना पुराना हो जाता है कि आयरन की मांग बढ़ जाने से 9 महिने में इसका इलाज किया जाना कठिन हो जाता है।