भोपाल: मप्र के सरकारी अस्पतालों विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में अनिवार्य बंधपत्र वाले कुल 1977 डाक्टरों की नियुक्ति की गई है। इनमें निजी एवं सरकारी, दोनों प्रकार के मेडिकल कॉलेज के पास आउट डाक्टर शामिल हैं। इनमें मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना के तहत सहायता पाने वाले बंधपत्र वाले डाक्टरों को 5 से 2 वर्ष के लिये नियुक्त किया गया है जबकि शेष डाक्टरों को एक वर्ष के लिये नियुक्ति दी गई है।
इन डाक्टरों की नियुक्ति आदेश में शर्तें रखी गई हैं कि जिन डाक्टरों को ग्रामीण क्षेत्रों की चिकित्सा संस्थाओं में पदस्थ किया गया है, उन डाक्टरों में से आवश्यक्तानुसार जिले की चिकित्सा विहीन संस्थाओं में जिला कलेक्टर के अनुमोदन से बंधपत्र डाक्टरों की पदस्थापना सीएमएचओ द्वारा संशोधित की जा सकेगी लेकिन ग्रामीण से शहरी स्वास्थ्य संस्थाओं में पदस्थापना के लिये संशोधन नहीं होगा।
सभी बंधपत्र डाक्टरों से 15 दिन के अंदर अपनी ज्वाईनिंग संबंधित जिले के सीएमएचओ के पास देनी होगी। स्नातक बंधपत्र डाक्टरों को 55 हजार रुपये, पीजी डाक्टरों को 59 हजार रुपये एवं डिप्लोमा वाले डाक्टरों को 57 हजार रुपये प्रति माह पारिश्रमिक दिया जायेगा। इन डाक्टरों को प्रति माह एक आकस्मिक अवकाश की पात्रता होगी तथा मातृत्व अवकाश भी दिया जायेगा।