भोपाल: मप्र में अब एक्सपरिमेंटल टूरिज्म यानि प्रायोगिक पर्यटन का विकास होगा। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसमें रुचि दिखाई है तथा वन और पर्यटन विभाग के अफसरों से कहा है कि वे वन्यजीव पर्यटन एवं ग्रामीण पर्यटन के विकास के साथ-साथ इस एक्सपरिमेंटल टूरिज्म की दिशा में भी कार्य करें।
उल्लेखनीय है कि प्रायोगिक पर्यटन, जिसे अनुभवात्मक यात्रा के रूप में भी जाना जाता है, एक प्रकार की यात्रा है जो सामान्य पर्यटन स्थलों की यात्रा की तुलना में प्रामाणिक, आकर्षक और परिवर्तनकारी अनुभवों पर जोर देती है। इसमें पर्यटक लोकप्रिय स्थलों से परे वाले स्थानों पर जाना पसंद करता है और अद्वितीय सांस्कृतिक अनुभवों की खोज करता है। वह होम स्टे में रहना पसंद करता है और स्थानीय शिल्प जैसे मिट्टी के बर्तन बनाने या बुनाई जैसे पारंपरिक कौशल सीखने के लिए अग्रसर होता है। इसके अलावा, पर्यटक स्थानीय व्यंजनों का अन्वेषण करता है और पारंपरिक व्यंजन बनाना सीखता है।