हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानपुर में मेट्रो रेल परियोजना का उद्घाटन किया केंद्र सरकार ने 2019 में इस परियोजना को मंजूरी दी थी।
इसी साल उत्तर प्रदेश सरकार ने फेज़ 1 को शुरू करने के लिए 175 करोड रुपए मंजूर किए थे और 2 साल बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके फेस वन का उद्घाटन कर दिया।
लेकिन भोपाल की बात करें तो यहां पर मेट्रो की रफ्तार देखकर नहीं लगता कि अगले कुछ साल तक मेट्रो में सवारी करने का सपना पूरा हो सकेगा.
Bhopal में 123 किलोमीटर लंबा ट्रैक बनाया जाना है. जिस पर काम बेहद धीमी गति से चल रहा है. अभी सिर्फ 7 किलोमीटर पर काम चल रहा है।
मेट्रो की DPR के अनुसार काम को पूरा करने के लिए वर्तमान रफ्तार पूरी तरह से नाकाफी है।
पहले चरण में 28 स्टेशन बनाए जाने हैं, साथ ही 28 किलोमीटर लंबा ट्रैक बनना है जो पहले चरण में पूरा किया जाना है। जिस हिसाब से काम चल रहा है उसे देखकर शहर की जनता निराश है।
फिलहाल 8 एलिवेटेड मेट्रो रेल स्टेशन की कवायद जारी है। 421 करोड रुपए से यह काम होना है।
हबीबगंज नाका, अलकापुरी हबीबगंज, एमपी नगर, केंद्रीय विद्यालय, बोर्ड ऑफिस चौराहा, सुभाष नगर में मेट्रो स्टेशन बनेंगे।
यूरोपियन बैंक ने इसके लिए फंडिंग की है।
मेट्रो पर करीब ₹7000 करोड़ का खर्च आएगा।
एलिवेटेड सेक्शन करीब 26 किलोमीटर का है लगभग 2 किलोमीटर का अंडरग्राउंड है जिसमें दो स्टेशन हैं। कुल मिलाकर यह लाइन 28 किलोमीटर होगी।
इसमें 28 स्टेशन बनेंगे
मेट्रो ट्रेन 5 मिनट के अंतराल पर उपलब्ध कराने की योजना है। हर स्टेशन पर मेट्रो ट्रेन 30 सेकंड रुकेगी।
मेट्रो ट्रेन के लिए भोपाल में 2016 में DPR तैयार हुई थी 2018 में इसकी मंजूरी मिली इसके बाद निर्माण एजेंसी तय की गई।
पुराण डेस्क