भोपाल: पन्ना नेशनल पार्क में मुख्य्मंत्री डॉ मोहन यादव ने परिवार और मुख्य सचिव अनुराग जैन के साथ सफारी की। उन्हें केवल एक टाइगर शावक के दीदार हुए पर टाइगर नहीं दिखे। इस पर वहीं जब यादव मंत्रीमंडल के सदस्यों प्रहलाद पटेल, लखन पटेल और वनराज्य मंत्री दिलीप अहिरवार ने एक साथ सफारी की तो उन्हें टाइगर दिखा। पार्क प्रबंधन ने रेकी करवाकर मंत्रियों को टाइगर दिखाए। इसका वीडियो भी लखन पटेल ने अपने फेसबुक पर पोस्ट किया। इसी पोस्ट को लेकर वेनपानी एक्टिविस्ट अजय दुबे ने एनटीसीए को शिकायत दर्ज कराई है।
पन्ना नेशनल पार्क में 100 से अधिक टाइगर बताए जाते हैं। इतनी बड़ी संख्या में टाइगर होते हुए भी जब 8 दिसंबर को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और मुख्य सचिव अनुराग जैन ने सफारी की तो उन्हें बामुश्किल एक शावक दिखाई दिया। टाइगर के दीदार नहीं हो पाए। इस पर सीएम ने नाराजगी भी जताई। इसके अगले दिन यानि 9 दिसंबर को यादव मंत्रिमंडल के कैबिनेट सदस्य प्रहलाद पटेल, लखन पटेल और वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार ने सफारी की। चूंकि मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को टाइगर नहीं दिखा तो पार्क प्रबंधन ने मंत्रियों को खुश करने के लिए रात में टाइगर की रेकी कराई और सुबह सफारी करवा कर उन्हें टाइगर के दीदार करवाये। मंत्री लखन पटेल ने अपनी इस खुशी को जाहिर करने के लिए अपने सोशल अकाउंट पर पहलाद पटेल को टेग करते हुए वीडियो शेयर किया।
सोशल मीडिया पर पटेल ने क्या लिखा
लखन पटेल ने लिखा कि मंत्री पहलाद पटेल जी के साथ भ्रमण का अनुभव अत्यंत रोमांचक, आकर्षक और आनंददायक रहा। यह मेरे जीवन का पहले जंगल सफारी का अनुभव था। प्रकृति की गोद में चीतल, सांभर, शेर एवं अन्य वन्यजीवों नजदीक से देखना अत्यंत आनंददायक एवं शिक्षाप्रद था।
अजय दुबे ने एनटीसीए से की शिकायत
वन्य प्राणी एक्टिविस्ट अजय दुबे ने मंत्री लखन पटेल के पोस्ट में डाले गए वीडियो को आधार बनाकर एनटीसीए के सदस्य सचिव को शिकायत की। पन्ना टाइगर रिजर्व में जिम्मेदार अफसर की लापरवाही के कारण सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों और वाइल्ड लाइफ के कानून और नियम का लगातार उल्लंघन हो रहा है। दुबे ने लिखा है कि पन्ना टाइगर रिजर्व में फील्ड डायरेक्टर का पद रिक्त है और हाल में ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित आदेश अनुसार टाइगर रिजर्व में अनिवार्य रूप से फील्ड डायरेक्टर पदस्थ करने का जिक्र है। कृपया इस विषय पर संज्ञान ले।
पन्ना टाइगर रिजर्व में वन्य प्राणी संरक्षण के अनुभवी फील्ड डायरेक्टर न रहने के कारण हालत गंभीर है। शिकायत के अनुसार पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने टाइगर दिखाने के लिए हाथियों के जरिए एक बाघ और बच्चों सहित बाघिन की घेरा बंदी की जो अवैधानिक है। फोटो संलग्न है। पन्ना टाइगर रिजर्व में वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम और माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के उल्लंघन के लिए जिम्मेदारों पर विधि सम्मत कार्यवाही करें
गणेश पाण्डेय