भोपाल: लापरवाह स्वास्थ्य मंत्रालय के समय पर नहीं चेतने से जहरीले कफ सीरप से मरने वाले बच्चों की संख्या 20 हो गई है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग के मंत्री, पीएस और ड्रग कंट्रोलर चुप हैं।
प्रदेश का़ग्रेस प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने मांग की कि स्वास्थ्य विभाग के किन-किन अधिकारियों एवं चिकित्सकों ने विगत एक साल में इन कंपनियों की स्पोंसरशिप से स्वयं या परिजनों ने मनोरंजन यात्रायें कीं या विदेश गये इसकी जांच कर खुलासा करना चाहिये।
गुप्ता ने कहा कि अभी 20 बच्चों की मौत की स्याही सूखी भी नहीं है कि शहडोल मेडीकल कालेज में उपयोग की जा रही पेरीडोन आयोडीन से मरीजों की चमड़ी जलने के समाचार आ रहे हैं। यह सलूशन किसने सप्लाई किया और मेडिकल कालेज के फार्मोकोलाजी विभाग ने जांच क्यों नहीं की। गुप्ता ने भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी मेडीकल सप्लाई की सीबीआई जांच की मांग की है। गुप्ता ने कहा कि मेडीकल कालेज जैसी संस्थाओं की हालत जिला अस्पतालों से भी बदतर बनाने का पाप किया जा रहा है।