जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से भारी तबाही, कई लोग बहे,15 की मौत


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स्टोरी हाइलाइट्स

चशोटी गांव में मचैल माता की धार्मिक यात्रा के लिए जुटे कई लोग बहे, रेस्क्यू जारी..!!

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में मचैल मट्टा यात्रा मार्ग पर पेडर उप-मंडल के चिशोती गाँव में बादल फटने से भारी तबाही हुई। बादल फटने से चिशोती गाँव में अचानक बाढ़ आ गई। बाढ़ में कई लोगों के फंसे होने की भी खबर है। बादल फटने से 15 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है। डीसी ने किश्तवाड़ में 12-15 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। इलाके में राहत और बचाव कार्य जारी है। कहा जा रहा है, कि हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है।

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना से मैं दुखी हूँ। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना। सिविल, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के अधिकारियों को बचाव और राहत कार्यों में तेजी लाने और प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद, मचैल माता मंदिर की वार्षिक तीर्थयात्रा स्थगित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि नुकसान का आंकलन किया जा रहा है और आवश्यक बचाव एवं चिकित्सा प्रबंधन व्यवस्था की जा रही है।

नेता प्रतिपक्ष सुनील कुमार शर्मा स्थिति पर कड़ी नज़र रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि मचैल माता यात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण प्रारंभिक बिंदु, चशोती में अचानक आई बाढ़ एक दुखद घटना है। मैंने जिला प्रशासन के साथ समन्वय किया है, ताकि बचाव अभियान को प्राथमिकता दी जा सके और तीर्थयात्रियों और निवासियों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके।

किश्तवाड़ के उपायुक्त (डीसी) पंकज कुमार शर्मा ने कहा कि राहत और बचाव कार्य जारी है। चशोती इलाके में अचानक बाढ़ आ गई है। बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया है और एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीमों को मौके पर तैनात कर दिया गया है। हम नुकसान का आकलन करने और निवासियों और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। ज़िला प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि यात्रा मार्ग पर स्थित निर्धारित चिकित्सा केंद्रों पर डॉक्टरों सहित पर्याप्त दवाइयाँ और चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध हों।