भोपाल: धार वन मंडल के सरदारपुर में पदस्थ दागी एसडीओ संतोष कुमार रनशोरे को आईएफएस बनवाने के फेर में आईएफएस इंडक्शन का मामला झमेले में पड़ गया है। हालांकि इंडक्शन की क्यू में खड़े तीन राज्य सेवा के अधिकारियों को प्रभारी डीएफओ के पद पर पोस्ट कर दिया गया।
राज्य वन सेवा के 2009 बैच के रामकुमार अवधिया की शिकायत पर यूपीएससी ने राज्य सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है। दरअसल राज्य वन सेवा से आईएफएस के लिए नई दिल्ली में हुई बैठक में राज्य शासन के अधिकारियों ने एसडीओ सरदारपुर धार संतोष कुमार रनशोरे के मामले यूपीएससी के समक्ष गलत तथ्य प्रस्तुत कर आईएफएस बनाने का प्रयास किया है। मसलन, यूपीएससी से वन विभाग ने वनीकरण क्षतिपूर्ति पौधारोपण में वित्तीय गड़बड़ी करने के मामले में एसडीओ रनशोरे न केवल दोषी कसूरवार और उनसे 56000 की वसूली संबंधित जानकारी छुपाई।
यही नहीं बनसोडे के खिलाफ जो छप्पन हजार के लिए कभी निकल गई है उसके लिए भी गलत प्रक्रिया अपनाई गई। तत्कालीन मुख्य वन संरक्षक इंदौर ने अपने अधिकार सीमा से बाहर जाकर एसडीओ रनशोरे द्वारा की गई गड़बड़ी की आनन-फानन में जांच कर 56,000 की रिकवरी भरने का निर्देश दे दिया। जबकि यह अधिकार राज्य शासन द्वारा किया जाना चाहिए। रिकवरी के आदेश तब जारी होना चाहिए था, जब उसकी विभागीय जांच की गई हो। बिना विभागीय जांच के ही सीसीएफ इंदौर ने रनशोरे से फाइन राशि जमा करवाकर उसे डीपीसीके लिए योग्य बनवा दिया।
इसलिए सवाल हो रहें हैं खड़े
धार जिले के सरदारपुर उपवनमंडल के एसडीओ संतोष कुमार रनशोरे, जिन पर वनीकरण क्षतिपूर्ति योजना में वित्तीय गड़बड़ी के आरोप हैं और जिनसे शासन ने ₹56,000 की वसूली भी की थी, उन्हें पदोन्नति सूची में “योग्य” माना गया है। जबकि इसी तरह के एक अन्य मामले में रामकुमार अवधिया को सूची से बाहर रखा गया है। यह निर्णय वन विभाग में पदोन्नति के दोहरे मापदंड को लेकर सवाल खड़े कर रहा है।
इनके नाम अटके हैं अधर में
राज्य वन सेवा के अधिकारियों को आईएफएस अवार्ड के लिए 2009 बैच के रामकुमार अवधिया के अतिरिक्त विद्या भूषण मिश्रा, राजवेन्द्र मिश्रा, माधव सिंह मौर्य, श्रीमती ज्योति मुड़िया, संतोष कुमार रनछोरे, भानु प्रकाश बधवा, रामकिशन सोलंकी, रेशम सिंह धुर्वे, मोहन कटारा, श्रीमती अनुभा त्रिवेदी, जया पांडे, मनीषा पुरवार, मुकेश पटेल, धीरेंद्र प्रताप सिंह, प्रमोद सिंह, लाल सुधाकर सिंह, श्रीमती शौकी राही, बृजेंद्र कुमार खोब्रागड़े, भारत सोलंकी, एल्विन बर्मन, अंतर सिंह ओहरिया, अविनाश जोशी, हमीदुल्लाह खान, संजय पाठक, संदेश महेश्वरी, जितेंद्र कुमार गुप्ता, संतोष कुमार शुक्ला और राजेश शर्मा के नाम पर मंथन हुआ था।
गणेश पाण्डेय